खरगोन: देश मे फैली कोरोना महामारी जानकारों के अनुसार 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चो एवं 50 वर्षीय से अधिक वर्ष के बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए घातक साबित हो रही है। लेकिन जानकारों की यह जानकारी उस समय गलत साबित हुई जब कैंसर जैसी घातक बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद अपनी आत्म शक्ति से एक 100 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोना को हराकर विजय हासिल जंग जीती है। बुजुर्ग महिला के पूरी तरह से स्वस्थ्य होने को लेकर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी बुजुर्ग महिला की फ़ोटो शेयर कर ट्वीट कर खुशी जताई है।
Read More: हिमाचल प्रदेश के उर्जा मंत्री सुखराम चौधरी कोरोना पॉजिटिव, 30 जुलाई को ली थी शपथ
खरगोन जिले के बड़वाह स्थित सुराणा नगर की रहने वाली 100 वर्षीय वृद्ध महिला ने घर पर होम क्वारंटाइन रहकर दवाई के साथ आत्म शक्ति और योग से कोरोना महामारी को हराने में सफलता हासिल की है। वृद्ध महिला रूकमणी खुश्याल चौहान का 17 जुलाई को सैंपल लिए गए थे और 21 जुलाई को महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। हालांकि बुजुर्ग महिला के साथ वर्तमान में उनका पोता कोरोना को हराकर लौटा था। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए बुजुर्ग महिला रूकमणी चौहान को घर में ही आइसोलेट किया गया था। प्रदेश में यह पहला प्रकरण होगा, जो कोरोना के अलावा अन्य पुरानी बीमारी केंसर से भी ग्रस्त रहा। इतनी उम्रदराज महिला होने के बावजूद कोरोना से लड़कर स्वस्थ हुई है। जिससे उनके आत्मबल और रोग प्रतिरोधक क्षमता से साबित होता है कि कोरोना में उचित देखरेख और व्यवस्थित दिनचर्या से कोरोना महामारी को पछाड़ा जा सकता है।
इस मामले को लेकर बड़वाह के एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि 21 जुलाई को उम्रदराज महिला के पॉजिटिव आने के बाद हमारे सामने एक चुनौती थी। क्योंकि उनको अन्य बीमारी ने भी जकड़ रखा है। ऐसी स्थिति में भी वह महिला कोरोना महामारी से लड़ रही है, इसके लिए उनके घर में डॉक्टरों की निगरानी में प्रतिदिन जांच और प्रत्येक हलचल पर ध्यान रखा गया था। उनके घर के सदस्य भी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ थे कि उनके सामने भी यह घड़ी संकट भरी है। लेकिन घर के सदस्यों ने हिम्मत दिखाते हुए प्रशासन को हर पल की जानकारी उपलब्ध करवाई। वहीं रूकमणी देवी की रोग प्रतिरोधक क्षमता के आगे आखिरकार कोरोना हार मान गया। आज रूकमणी और उनके परिवार के सदस्यों ने राहत की सांस ली और परिवार पूर्व की तरह अपनी दिनचर्या में लौट चुका है। वही बुजुर्ग महिला के पोते का कहना है कि दादी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एसडीएम सहित चिकित्सको से चर्चा उनकी केंसर जैसी बीमारी की जानकारी दिए जाने के बाद अधिकारियों द्वारा उन्हें होम आइसोलेट करने की इजाजत दी थी। जिसके बाद दादी के आत्मशक्ति के बल पर उन्होंने कोरोना को मात दी है।
Read More: रायपुर सेंट्रल जेल बना कोरोना का नया हॉट स्पॉट, एक दिन में 42 कैदी मिले संक्रमित