दंतेवाड़ा: नक्सलियों की घर वापसी के लिए दंतेवाड़ा पुलिस ने एक अनोखा वार छेड़ा है। इस अभियान के तहत पुलिस नक्सलियों से आतंक का दामन छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील कर रही है। इस अभियान के तहत पुलिस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली है। बुधवार को कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी अभिषेक पल्लव के सामने 4 इनामी सहित 18 नक्सलियों ने सरेंडकर किया है। सरेंडर नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है।
नक्सलियों के सरेंडर को लेकर एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा है कि लोन वर्राटू अभियान शुरू हुए अभी चंद दिन ही बीते हैं कि पुलिस को इसमें सफलताएं भी मिलने लगी हैं। मंगलवार को कलेक्टर और एसपी के सामने दो लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है। वहीं, इसके अगले दिन आज बुधवार को भांसी में चार इनामी समेत अठारह नक्सलियों ने समर्पण किया है। माना जा रहा है कि बेहतर जीवन जीने के लिए पुलिस के आव्हान पर अब नक्सली संगठन का साथ छोड़कर मुख्यधारा में लौटने लगे हैं। वहीं शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत समर्पण करने वाले नक्सलियों नौकरी भी दिए जाने का प्रावधान है। समर्पित नक्सली अगर गांव में ही रहकर खेती बाड़ी करना चाहते हैं तो वे इसके लिये स्वतंत्र हैं। इस दौरान उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखा जायेगा।
कलेक्टर दीपक सोनी की मानें तो लोन वर्राटू अभियान को सफल बनाने पुलिस प्रशासनिक कर्मचारियों का भी साथ ले रही है। आंगनबाडी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, शिक्षकों के जरिये भी इस अभियान के तहत नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश में लगी है। शुरूआत में जिस तरह से सफलताएं मिलती दिख रही हैं उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी बेहतर परिणाम सामने आएंगे।