रायगढ़ जिले में कुपोषण रोकने की तमाम कोशिशों के बाद भी 20 हजार 747 बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की और से वजन त्यौहार के दौरान किए गए सर्वे में ये आंकड़े सामने आए हैं।
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जिसके मुताबिक रायगढ़ जिले में कुल एक लाख 15 हजार 836 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, जिसमें से 20 हजार 747 बच्चों का वजन औसत से भी कम पाया गया है। सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे धरमजयगढ़ ब्लाक में हैं, जहां 20.54 फीसदी बच्चे कुपोषित पाए गए हैं।
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कुछ ऐसा ही हाल पुसौर, खरसिया, सारंगढ़, बरमकेला, तमनार, घरघोड़ा, लैलूंगा ब्लॉक के बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। जिले के 2678 आंगनबाडी केंद्रों में मिड डे मील योजना संचालित हैं जहां 113 महिला समूहों को रेडी टू ईट देने की जिम्मेदारी दी गई है।
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जिस पर एक करोड़ 13 लाख रुपए प्रति माह रेडी टू ईट पर खर्च होता है। कुपोषण दूर करने के लिए हर साल जिले मे पोषण आहार के नाम पर 14 करोड रुपए खर्च किये जाते है। फिर भी हालात नहीं सुधर रहे हैं। जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि ट्राइबल बेल्ट में अवेयरनेस की कमी होना भी इसकी एक वजह है।
वेब डेस्क, IBC24
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