जॉन गुडइनफ, स्टेनली व्हिटिंघम और योशिनो को रसायन विज्ञान के लिए मिला नोबल पुरस्कार | 2019 Nobel Prize in Chemistry awarded to John B. Goodenough, M. Stanley Whittingham and Akira Yoshino “for the development of lithium-ion batteries.”

जॉन गुडइनफ, स्टेनली व्हिटिंघम और योशिनो को रसायन विज्ञान के लिए मिला नोबल पुरस्कार

जॉन गुडइनफ, स्टेनली व्हिटिंघम और योशिनो को रसायन विज्ञान के लिए मिला नोबल पुरस्कार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:39 PM IST, Published Date : October 9, 2019/5:44 pm IST

नई दिल्ली: रसायन विज्ञान के क्षेत्र में बुधवार को अमेरिकी, ब्रिटेन और एक वैज्ञानिक को नोबल पुरस्कार से नवाजा गया है। रसायनशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन गुडइनफ, ब्रिटेन के स्टेनली व्हिटिंघम और जापानी वैज्ञानिक अकीरा योशिनो को चुना गया है।

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<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”>2019 Nobel Prize in Chemistry awarded to John B. Goodenough, M. Stanley Whittingham and Akira Yoshino “for the development of lithium-ion batteries.” <a href=”https://t.co/73Q3DVNHHp”>pic.twitter.com/73Q3DVNHHp</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1181872660487131136?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 9, 2019</a></blockquote>
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दी रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस के सेक्रेटरी जनरल गोरान के. हैन्सन ने इस पुरस्कार की घोषणा की. अति प्रतिष्ठित इस सम्मान की घोषणा होने के बाद अकिरा योशिनो ने कहा कि ‘जिज्ञासा से ही उन्हें असली प्रेरणा मिलती है.’

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बता दें, लिथियम आयन बैटरी को एक क्रांतिकारी शोध माना जाता है जिसका उपयोग आजकल मोबाइल और लैपटॉप से लेकर इलेक्ट्रिक गाड़ियों तक में धड़ल्ले से हो रहा है। यह बैटरी सुरक्षित होने के साथ साथ काफी हल्की भी होती है। इसका रखरखाव भी काफी आसान है। इस बैटरी को वैज्ञानिक जीवाश्म इंधन से छुटकारा दिलाने में बड़ा फैक्टर मान रहे हैं।

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