मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ प्रदेश के करीब ढाई लाख संविदा कर्मचारी भी नियमितिकरण की मांग को लेकर आज से हड़ताल पर हैं. वहीं पहले से आंदोलन पर डटे संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की बर्खास्तगी पर सरकार आज दोबारा विचार कर सकती है इसी सिलसिले में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सीएम रमन सिंह से मुलाकात की.
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स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों के साथ ही पंचायत,शिक्षा विभाग समेत सभी शासकीय विभागों के प्रदेश के ढाई लाख संविदा कर्मचारी काम बंद कर संविदा महाकुंभ के बैनर तले संविदा मुक्त एमपी का बिगुल सरकार के खिलाफ फूंका है।
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दरअसल सरकार बनाने और बिगाड़ने के खेल में आम जनता के साथ ही संविदा कर्मचारियों की भी अहम भूमिका होती है. लेकिन सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करने वाले मध्य प्रदेश में सभी शासकीय विभागों के संविदा कर्मचारी शिवराज सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. आलम ये है कि प्रदेश में चुनावी साल होने की वजह से जैसे-जैसे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं. वैसे-वैसे नियमितीकरण समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे संविदा कर्मचारियों का विरोध तेज़ होता जा रहा है. संविदा कर्मचारियो का कहना है कि आश्वासन देकर उनकी मांगों को हर बार अनसुना कर दिया गया. और अब सरकार ने उनके 19 हजार साथियों को टर्मिनेट कर डराने की कोशिश की है. लेकिन वो किसी भी सूरत में डरने वाले नहीं हैं।
वेब डेस्क, IBC24
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