तिरुअनंतपुरम। केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरोध में प्रदर्शन तेज हो गया है। मंदिर परिसर के नियमों का पालन न करने के आरोप में रविवार रात करीब 72 श्रद्धालुओं को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं हालात का जायजा लेने सोमवार सुबह यहां पहुंचे केंद्रीय मंत्री केजे अल्फॉन्स ने कहा कि इमरजेंसी से बदतर हालात हो गए हैं। भक्तों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा। बेवजह धारा 144 लगा दी गई है। श्रद्धालु आतंकी नहीं हैं, फिर राज्य सरकार को 15 हजार पुलिसकर्मियों की आवश्यकता क्यों है?
बता दें, रविवार देर रात तनाव उस समय बढ़ा जब सबरीमाला और उसके आसपास लागू निषेधाज्ञा के बावजूद 200 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने परिसर खाली नहीं किया और भजन गाने लगे। पुलिस के अनुरोध करने के बाद भी वे नहीं हटे और गाना जारी रखा। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के बाद हालात और बिगड़े। धरना देने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और आरएसएस स्वयंसेवकों को सीएम हाउस के रास्ते में ही रोक दिया गया। राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों में आधी रात को प्रार्थना सभाएं कीं।
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बताया जा रहा है कि सबरीमाला कर्म समिति, सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करने की तैयारी में है। समिति का आरोप है सुप्रीम कोर्ट ने सभी आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देकर उनके रीति-रिवाज और परंपराओं को नष्ट किया है।