नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) भारत में कोविड-19 की जानलेवा लहर के बीच सशस्त्र बल नागरिक प्रशासन की मदद के लिये अपने प्रमुख अड्डों से चिकित्सकों और अन्य चिकित्सा कर्मियों को बुलाने जैसे कई कदम उठा रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न भर्ती कार्यालयों, राष्ट्रीय कैडेट कोर में तैनात चिकित्सकों और पूर्व निर्धारित समय (अप्वाइंटमेंट) पर बुलाए जाने वाले कर्मियों को भी ज्यादा संक्रमण वाले क्षेत्रों में तैनाती के लिये बुलाया जा रहा है।
चिकित्सकों की उपलब्धता बढ़ाने के एक और कदम के तहत रक्षा मंत्रालय ने 23 अप्रैल को सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाएं (एएफएमएस) में उन सभी शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड चिकित्सकों को 31 दिसंबर तक सेवा विस्तार देने की घोषणा की थी जो सेवानिवृत्त होने वाले थे।
मंत्रालय ने कहा, “इससे एएफएमएस में चिकित्सकों की संख्या 238 और बढ़ जाएगी।”
अधिकारियों ने कहा कि सभी चिकित्सकों को पाठ्यक्रम रद्द कर दिये गए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिये कदम उठाए जा रहे हैं कि सैन्य चिकित्सकों की सेवाएं पृथकवास केंद्रों में पर्यवेक्षण जैसे प्रशासनिक कामों में जाया न हों।
भाषा प्रशांत अर्पणा
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