मुंबई, 29 अप्रैल (भाषा) आईसीआईसीआई बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले साल के अनुभव को देखते हुये वह कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव अपने कामकाज पर पड़ने से रोकने के लिये काफी हद तक तैयार है। लेकिन इसके साथ ही उसने बैंक कर्मचारियों को प्राथिमकता के साथ टीकाकरण की सुविधा दिये जाने की अपील की है। उसका कहना है कि बैंक कर्मचारी आवश्यक सेवा का काम कर रहे हैं इसलिये उनका टीकाकरण जल्द होना चाहिये।
निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने चेतावनी देते हुये कहा है कि यदि बैंक सेवायें असफल होती हैं तो इसका आर्थिक गतिविधियों पर बुरा असर होगा। इसलिये यह सुनिश्चित किया जा नाचाहिये कि कम से कम बैंक शाखाओं में काम करने वाले स्टाफ को टीका लेने की अनुमति मिलनी चाहिये।
बैंक के कार्यकारी निदेशक अनुप बाग्ची ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम आवश्यक सेवायें देते हैं … हम सभी ग्राहकों के समक्ष उनसे लेनदेन करते हैं उनके संपर्क में आते हैं। हमारे पास किसी तरह की आधुनिक सुविधायें नहीं है लेकिन हमें टीका लेने की अनुमति नहीं है। हमें रेलगाड़ी, बस में बेठने की अनुमति नहीं है। फिर हम किस तरह की आवश्यक सेवा हैं। इस मामले में कुछ और किये जाने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि बैंकिंग परिचालन प्रभावित हुआ तो हमारे समक्ष मौजूदा में जारी स्वास्िय संकट के साथ ही आर्थिक संकट भी खड़ा हो सकता है। इस संबंध में उन्होंने अपनी बात को बेहतर ढंग से बताने के लिये एक एटीएम का जिक्र किया जो कि सात दिन तक बंद रहा।
भाषा
महाबीर मनोहर
मनोहर
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