बीजिंग, 24 नवंबर (एपी) पोप फ्रांसिस की नई किताब में चीन के उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यक समूह की कथित पीड़ा का उल्लेख करने पर चीन ने मंगलवार को उनकी आलोचना की।
read more: नीतीश कुमार के सीएम बनते ही इस शख्स ने काट दी अपने हाथ की उंगली, अब तक काट चु…
चीन के विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि फ्रांसिस की टिप्पणियों का ‘‘तथ्यात्मक रूप से कोई आधार नहीं है।’’
झाओ ने दैनिक संवाददाता वार्ता में कहा, ‘‘यहां सभी जातीय समूहों को सामाजिक, धार्मिक एवं हर तरह की आजादी है।’’
हालांकि, प्रवक्ता ने उन शिविरों का उल्लेख नहीं किया जिनमें 10 लाख से अधिक उइगर और अन्य चीनी मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों के लोगों को रखा गया है।
read more: राज्यपाल मिश्र की कोरोना से बचाव के लिए सजग, सतर्क रहने की अपील
उल्लेखनीय है कि मानवाधिकार समूहों के साथ अमेरिका और अन्य देशों की सरकारों का आरोप है कि जेल सरीखे इन शिविरों का उद्देश्य मुस्लिमों को उनके धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से अलग कर उनकी आस्था चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और उसके नेता शी चिनफिंग के प्रति घोषित करने के लिए मजबूर करना है।
चीन ने शुरू में ऐसे शिविरों के अस्तित्व से इंकार किया लेकिन बाद में कहा कि इन शिविरों का उद्देश्य रोजगार प्रशिक्षण मुहैया कराना तथा स्वैच्छिक आधार पर आतंकवाद तथा मजहबी चरमपंथ को रोकना है।
read more: पराली जलाने की समस्या से निजात पाने के लिए बायो-डिकम्पोजर के छिड़का…
तुर्किये में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया
11 hours agoरूस ने यूक्रेन के पांच गुब्बारों को गिराने का दावा…
12 hours ago