प्रतिस्पर्धी सिग्नल, टेलीग्राम के उभार से व्हाट्सऐप की वृद्धि पर लगी लगाम | Competitive signal, emergence of Telegram to rein in WhatsApp growth

प्रतिस्पर्धी सिग्नल, टेलीग्राम के उभार से व्हाट्सऐप की वृद्धि पर लगी लगाम

प्रतिस्पर्धी सिग्नल, टेलीग्राम के उभार से व्हाट्सऐप की वृद्धि पर लगी लगाम

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:28 PM IST, Published Date : January 14, 2021/2:50 pm IST

ओकलैंड, 14 जनवरी (एपी) गोपनीयता की नीति को लेकर हालिया विवाद के बाद फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप की वृद्धि पर लगाम लग गयी है, जबकि प्रतिस्पर्धी सिग्नल और टेलीग्राम को इससे उभार मिला है। एप्पल और गूगल के ऐप स्टोर से हालिया दिनों में इन दोनों प्रतिस्पर्धी एनक्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप का डाउनलोड बढ़ा है। एक विश्लेषण में यह जानकारी सामने आयी है।

मोबाइल ऐप का विश्लेषण करने वाली कंपनी सेंसर टावर ने बुधवार को बताया कि पांच जनवरी से 12 जनवरी के दौरान एप्पल व गूगल के ऐप स्टोर से सिग्नल को 178 लाख बार डाउनलोड किया गया है। इससे पहले के सप्ताह के 2.85 लाख डाउनलोड की तुलना में यह 61 गुना वृद्धि है।

इसी तरह पहले से ही खासे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम को पांच जनवरी से 12 जनवरी के दौरान 157 लाख बार डाउनलोड किया गया है, जो इससे एक सप्ताह पहले के 76 लाख डाउनलोड की तुलना में लगभग दोगुना है।

इस दौरान व्हाट्सऐप का डाउनलोड एक सप्ताह पहले के 127 लाख से कम होकर 106 लाख पर सिमट गया है।

विश्लेषकों का मानना है कि इसका कारण गोपनीयता को लेकर चिंतित उपयोक्ताओं (यूजरों) के द्वारा फेसबुक व ट्विटर जैसे मंचों के विकल्प की तलाश है। इसके अलावा अमेरिका में दक्षिणपंथी लोगों के बीच लोकप्रिय मंच पारलर की सेवाएं ठप्प होने से भी सिग्नल व टेलीग्राम को फायदा हुआ है।

उल्लेखनीय है कि कैपिटल हिल में इस महीने की शुरुआत में हुई हिंसक घटनाओं के बाद फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया मंचों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खाते को निलंबित कर दिया है। अमेजन के द्वारा पारलर को अपनी क्लाउड होस्टिंग सेवा से हटा देने के बाद यह मंच ठप्प हो गया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि प्रचलित सोशल मीडिया मंचों की इस तरह की कार्रवाई से वैचारिक विभाजन में उभार आ सकता है। इससे अतिवादी तत्व इंटरनेट के ऐसे स्तरों पर सक्रिय हो सकते हैं, जहां से उनका पता लगा पाना और उनके ऊपर नजर रख पाना मुश्किल हो जायेगा।

एपी सुमन मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)