चंडीगढ़, दो अक्टूबर (भाषा) हरियाणा के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों और जिला मुख्यालयों में शुक्रवार को कृषि संबंधी नये कानूनों के खिलाफ दिन भर का अपना प्रदर्शन शुरू किया।
कांग्रेस कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर धरने पर बैठे जिसके बाद उनके द्वारा ट्रैक्टर रैलियां और विरोध मार्च निकालने का कार्यक्रम है।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने ‘किसान-मजदूर बचाओ दिवस’ पर मांग की कि ‘‘काले कानूनों’’ को वापस ले लिया जाए जो कि ‘‘किसान विरोधी’’ हैं।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा महेंद्रगढ़ में एक विरोध धरने का नेतृत्व कर रही हैं।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार और मौत के मामले के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है।
हरियाणा कांग्रेस ने गत 28 सितम्बर को कृषि संबंधी नये कानूनों के खिलाफ यहां प्रदर्शन किया था और बाद में इस मुद्दे पर राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा था जो कि राष्ट्रपति को संबोधित था।
प्रदेश इकाई के नेताओं ने कहा है कि केंद्र सरकार के ‘‘तीन काले कानून’’ किसानों और श्रमिकों का जीवन ‘‘बर्बाद’’ कर देंगे। इन नेताओं ने इन कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
किसानों का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन भी इस महीने के अंत में आयोजित किये जाने का भी कार्यक्रम है।
भाषा. अमित मनीषा
मनीषा
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