महाराष्ट्र को बदनाम करने का षड्यंत्र- उद्धव ठाकरे | Conspiracy to defame Maharashtra: Uddhav Thackeray

महाराष्ट्र को बदनाम करने का षड्यंत्र- उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र को बदनाम करने का षड्यंत्र- उद्धव ठाकरे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:24 PM IST, Published Date : September 13, 2020/10:42 am IST

मुंबई। राजनीतिक और कोरोना वायरस दोनों ही मोर्चे पर विरोधियों की आलोचनाओं का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने का एक षड्यंत्र चल रहा है। ठाकरे ने टेलीविजन पर जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जो भी राजनीतिक तूफान आएगा, मैं उसका सामना करूंगा…मैं कोरोना वायरस से भी मुकाबला करूंगा।’’

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महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 10 लाख के पार होने के एक दिन बाद ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार ने महामारी से निपटने के लिए प्रभावी कार्य किया है। अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय के एक हिस्से को ढहाने और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में राज्य सरकार के कदमों को लेकर राजनीतिक आलोचनाओं की पृष्ठभूमि में बोलते हुए ठाकरे ने लोगों को भरोसा दिया कि वह राजनीतिक संकट से भी लड़ेंगे। ठाकरे ने कहा, ‘‘राजनीति पर जवाब देने के लिए मुझे मुख्यमंत्री का मुखौटा उतारना होगा। मैं नहीं बोलता, इसका यह मतलब नहीं कि मेरे पास जवाब नहीं है।’’ महामारी के दौरान राज्य सरकार के ‘‘मिशन बिगिन अगेन’’ पर ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 स्थिति, चक्रवात और बाढ़ से प्रभावी तरीके से निपटी और वह जनता के समर्थन से राजनीतिक तूफान से भी निपटेगी।

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ठाकरे ने कहा कि महामारी से राहत के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं और यह वायरस महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी अधिक है। तथ्य एवं आंकड़ों से पता चलता है कि संक्रमण का पता पहले चल जाने पर, सभी मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं।’’ उन्होंने लोगों से महामारी को हल्के में नहीं लेने की अपील करते हुए कहा कि मास्क पहनकर, एक-दूसरे से दूरी बनाकर, भीड़ भाड़ वाले जगहों पर जाने और लोगों से आमने-सामने के सम्पर्क से बचना ही अभी एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘मिशन बिगिन अगेन’ के तहत धीरे-धीरे खोलना शुरू कर दिया है। कुछ लोग यह सोचते हैं कि ‘मिशन बिगिन अगेन’ के तहत वे राजनीति में लिप्त हो सकते हैं। महाराष्ट्र को बदनाम करने का एक षड्यंत्र चल रहा है।’’

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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निसर्ग चक्रवात और पूर्वी विदर्भ में बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों तक पहुंच बनायी और उन्हें राहत मुहैया करायी। उन्होंने कहा कि विदर्भ में बाढ़ से तत्काल राहत के तहत 18 करोड़ रुपये दिये गए। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि ऋण माफी योजना के तहत 29 लाख से अधिक किसानों को लाभ हुआ है और निसर्ग चक्रवात से प्रभावितों को राहत एवं पुनर्वास के लिए 700 करोड़ रुपये वितरित किये गए हैं।’’ ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार सभी चुनौतियों से निपटने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें 15 सितम्बर से शुरू होने वाले ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ (कोरोना वायरस के खिलाफ) अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी जिम्मेदारी साझा करनी चाहिए। इस लड़ाई को लोगों के पूर्ण समर्थन से ही जीता जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार के लिए राज्य की 12 करोड़ जनसंख्या में से प्रत्येक की जांच करना संभव नहीं है। ठाकरे ने कहा कि मराठा आरक्षण के क्रियान्वयन पर उच्चतम न्यायालय की रोक अप्रत्याशित है।

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उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण विधेयक को राज्य विधानमंडल द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया था और पूर्ववर्ती भाजपा नीत राज्य सरकार द्वारा नियुक्त विधिक टीम उच्चतम न्यायालय में दलील दे रही थी। उन्होंने मराठा संगठनों से महामारी के दौरान प्रदर्शनों से परहेज करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार मराठा समुदाय को न्याय दिलाने को लेकर दृढ़ है और इस पर काम कर रहे हैं कि आगे कैसे बढ़ना है। मैंने विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से बात की है, जो अभी बिहार में हैं और उन्होंने भाजपा का पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।’’

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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के विस्तार का निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि लोग महामारी प्रोटोकॉल का पालन कैसे करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते समय, बोलें नहीं, आमने-सामने संपर्क से बचें।’’ बाहर नहीं निकलने को लेकर आलोचनाओं पर ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं महामारी की स्थिति की समीक्षा करने और निर्देश जारी करने के लिए राज्य के सभी हिस्सों तक पहुंच बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा हूं।’’