नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक बसें और मेट्रो ट्रेनें कम से कम दो और हफ्तों तक सीमित क्षमता के साथ ही चलेंगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने यात्रियों की संख्या यथास्थिति बनाए रखने का सोमवार को फैसला किया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए यह फैसला किया गया।
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली मेट्रो ट्रेनें और सार्वजनिक बसें अभी सीमित क्षमताओं के साथ ही चलेंगी। अभी दो और सप्ताह स्थिति पर सतर्कतापूर्वक नजर रखी जाएगी।’’
दिल्ली परिवहन विभाग (डीटीसी) ने पिछले हफ्ते डीडीएमए को प्रस्ताव भेजा था ताकि सार्वजनिक बसों में यात्रियों को खड़े होने की अनुमति दी जा सके।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को डीडीएमए की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मुख्य सचिव विजय देव और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
राष्ट्रीय राजधानी में अभी डीटीसी और क्लस्टर बसों में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है और बसों में सीटों के हिसाब से ही यात्रा करने की अनुमति दी गयी है।
मेट्रो ट्रेनों में यात्री एक सीट छोड़कर बैठ सकते हैं। इससे दो यात्रियों के बीच एक सीट खाली रहती है।
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 145 नए मामले सामने आए।
भाषा अविनाश माधव
माधव
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