ममता के शासन में बंगाल की संस्कृति खतरे में : नड्डा | Culture of Bengal under Mamata's rule under threat: Nadda

ममता के शासन में बंगाल की संस्कृति खतरे में : नड्डा

ममता के शासन में बंगाल की संस्कृति खतरे में : नड्डा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:59 PM IST, Published Date : February 9, 2021/10:54 am IST

बीरभूम (पश्चिम बंगाल), नौ फरवरी (भाषा) भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने लोगों को बाहरी और घरेलू बताकर समुदायों को बांटने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के शासन के दौरान पश्चिम बंगाल की संस्कृति खतरे में है।

नड्डा ने बीरभूम जिले के तारापीठ में दूसरे चरण के तहत ‘परिवर्तन यात्रा’ को हरी झंडी दिखाते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने “राजनीति का अपराधीकरण, भ्रष्टाचार को संस्थागत और पुलिस का राजनीतिकरण किया।”

भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि “कट मनी सरकार” (रुपयों में हिस्सेदारी लेने वाली सरकार) को लोग आगामी चुनावों में हराएंगे।

नड्डा ने कहा, “ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल की समृद्ध संस्कृति और विरासत खतरे में है। सिर्फ भाजपा ही इन्हें बचा सकती है। घरेलू-बाहरी की संस्कृति बंगाल की असली संस्कृति नहीं है।”

उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस लोगों को बाहरी बताकर उन्हें एक दूसरे के सामने कर रही है। यह शर्मनाक है। यह स्वामी विवेकानंद और गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की धरती की संस्कृति नहीं है।”

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का नारा “मां, माटी, मानुष” अब “तानाशाही, तोलेबाजी (रंगदारी) और तुष्टिकरण” में बदल गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल में “असल परिवर्तन” लेकर आएगी।

भाषा

प्रशांत पवनेश

पवनेश

 

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