दिल्ली में निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश | Directs private hospitals in Delhi to reserve 80 per cent ICU bed for Covid-19 patients

दिल्ली में निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश

दिल्ली में निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : September 13, 2020/11:31 am IST

नयी दिल्ली, 13 सितम्बर (भाषा) दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में 33 बड़े निजी अस्पतालों को आईसीयू बिस्तरों में से 80 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया है।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में अगस्त के आखिरी सप्ताह से कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 4,321 नये मामले सामने आये थे जिससे यहां कुल मामले बढ़कर 2.14 लाख से अधिक हो गए। ऐसा लगातार चौथे दिन हुआ जब दिल्ली में चार हजार से अधिक मामले सामने आये।

जैन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल हमने 33 निजी अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे अपने आईसीयू बिस्तरों में से 80 प्रतिशत कोविड-19 के मरीजों के लिए आरक्षित रखें। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कुछ निजी अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों को लेकर कुछ मुद्दे सामने आये थे। मैंने इस मुद्दे को लेकर एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की और इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है।’’

जैन ने कहा कि राज्य संचालित और केंद्र संचालित अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में आईसीयू बिस्तर हैं और अस्पतालों में अन्य बिस्तर भी पर्याप्त संख्या में हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अस्पतालों को कोरोना वायरस रोगियों के लिए बिस्तरों की संख्या 30 प्रतिशत तक बढ़ाने का निर्देश भी दिया है, अगर वे ऐसा चाहते हैं तो। अस्पतालों में 50 प्रतिशत से अधिक बिस्तर उपलब्ध हैं। दिल्ली कोरोना ऐप की स्थिति के अनुसार कोविड-19 रोगियों के लिए उपलब्ध कुल 14,372 बिस्तरों में से 7,938 बिस्तर खाली हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर एक और लॉकडाउन हो सकता है, तो स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी संभावना से इनकार किया।

उन्होंने कहा, ‘‘लॉकडाउन लागू करने का समय समाप्त हो गया है। हमने लॉकडाउन के माध्यम से पर्याप्त अनुभव प्राप्त किया है और जानते हैं कि मास्क पहनना संक्रमण से लड़ने का एक प्रभावी तरीका है। हम मास्क पहनने के लिए जागरूकता उत्पन्न कर रहे हैं।’’

जैन ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में जांच में बढ़ोतरी की गई है, यही वजह है कि मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे मामलों में बढ़ोतरी रोकने और संक्रमितों को पृथकवास में भेजने में मदद मिलेगी। शनिवार को, कोविड-19 के 60,000 से अधिक नमूनों की जांच की गई।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप लक्षणों के बिना संक्रमित पाये जाते हैं, तो हम समय पर आपको पृथक करने में सक्षम होंगे और इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी। हो सकता है कि इस समय संख्या बढ़ रही हो लेकिन इससे वायरस को रोकने में मदद मिलेगी।’’

आंकड़ों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमित होने की दर 7.19 प्रतिशत है, जबकि पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर 0.68 प्रतिशत रही है, ‘‘जो एक अच्छा संकेत है।’’ उन्होंने कहा कि समग्र मृत्यु दर 2.23 प्रतिशत है।

भाषा.. अमित दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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