‘धोखाधड़ी और जालसाजी’ के मामले में ED ने गुजरात के भाजपा नेता को दबोचा, जानिए पूरा मामला | ED arrests one BJP leader from Surat in money laundering case

‘धोखाधड़ी और जालसाजी’ के मामले में ED ने गुजरात के भाजपा नेता को दबोचा, जानिए पूरा मामला

‘धोखाधड़ी और जालसाजी’ के मामले में ED ने गुजरात के भाजपा नेता को दबोचा, जानिए पूरा मामला

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : November 27, 2020/2:31 pm IST

नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजराती और अंग्रेजी में प्रकाशित होने वाले दो अखबारों की प्रसार संख्या में कथित अनियमितताओं एवं फर्जीवाड़े से जुड़े धनशोधन के एक मामले में सूरत के एक भाजपा नेता को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि संकेत मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पी वी एस शर्मा को ‘धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित’ मामले में धनशोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया। एजेंसी के अनुसार अहमदाबाद की एक अदालत ने शर्मा को दो दिसंबर तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।

Read More: किसान आंदोलन के बीच फंसी बाराती गाड़ी, तो पैदल ही शादी घर के लिए निकल पड़ा दूल्हा

निदेशालय ने कहा कि गुजरात पुलिस की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद उसने शर्मा, उनकी मीडिया कंपनी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। आयकर विभाग ने उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। ईडी के अनुसार, संकेत मीडिया प्राइवेट लिमिटेड गुजराती और अंग्रेजी में ‘सत्यम टाइम्स’ अखबार निकालता है। ईडी ने एक बयान में बताया कि जांच में पाया गया कि रोजाना गुजराती अखबार की प्रसार संख्या 23500 और अंग्रेजी अखबार की प्रसार संख्या 6000-6300 दर्शायी गयी जबकि गुजराती अखबार की वास्तविक प्रसार संख्या प्रतिदिन 300-600 प्रतियां और अंग्रेजी अखबार की 0-290 प्रतियां ही थीं।

Read More: मध्यप्रदेश में कोवैक्सीन के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल, निजी स्कूल के शिक्षक को लगाई गई पहली वैक्सीन

उसने दावा किया कि प्रसार संबंधी ये आंकड़े विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय एवं अन्य सरकारी एवं निजी एजेंसियों को विज्ञापन के वास्ते आकर्षित करने के लिए बढ़ा-चढ़ाकर पेश किये गये। ईडी ने कहा कि शर्मा ने अपनी मीडिया कंपनी के जरिए हेराफेरी की और उन्होंने 2.70 करोड़ रूपये विज्ञापन हासिल किये। ईडी ने कहा, ‘‘ उसके लिए फर्जी कंपनियों से कच्चे माले की फर्जी खरीदारी लेखा पुस्तिका में गलत प्रविष्टियां कर दिखायी गयीं। इस सिलसिले में फर्जी दस्तावेजों को असली के रूप में दिखाया गया।’’ आयकर विभाग ने कथित कर चोरी के आरोपों में अक्टूबर में शर्मा के परिसरों पर छापा मारा था।

Read More: नर्सिंग छात्राओं के लिए क्लीनिकल प्रशिक्षण अनिवार्य, तभी परीक्षा में हो सकेंगी शामिल, आदेश जारी