कुवैत सिटी, 10 जून (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए बृहस्पतिवार को कुवैत पहुंचे। यहां वह कई उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे और कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-सबा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके लिए लिखा एक पत्र भी देंगे।
कुवैत के विदेश मंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री, शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा के निमंत्रण पर जयशंकर यहां आए हैं। बतौर विदेश मंत्री यह उनकी पहली कुवैत यात्रा है।
कुवैत में भारत के दूतावास ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘भारत के माननीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर द्विपक्षीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे और उनकी अगवानी राजदूत ने की।’’
दोनों देशों ने करीब तीन महीने पहले ऊर्जा, व्यापार, निवेश और श्रम तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए एक रूपरेखा बनाने के उद्देश्य से ‘मंत्री स्तरीय संयुक्त आयोग’ स्थापित करने का निर्णय किया था।
कुवैत के विदेश मंत्री शेख अहमद नसीर अल-मोहम्मद अल-सबा मार्च में भारत गए थे, उसी दौरान दोनों पक्षों ने संयुक्त आयोग के गठन का फैसला किया था।
जयशंकर की यात्रा से पहले नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यात्रा के दौरान वह उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे और कुवैत में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। इसमें कहा गया था कि जयशंकर प्रधानमंत्री की ओर से कुवैत के अमीर को लिखा एक व्यक्तिगत पत्र भी ले जाएंगे।
वर्ष 2021-22 में भारत और कुवैत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत की मदद करने की खातिर कुवैत ने राहत सामग्री एवं मेडिकल ऑक्सीजन भेजी है। बीते कुछ हफ्तों में भारतीय नौसेना के पोत कुवैत से बड़ी मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन लेकर भारत गए हैं।
भाषा निहारिका मानसी
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