मुंबई के कुछ रेलवे स्टेशनों पर पराबैंगनी प्रकाश से सामान को सेनिटाइज करने की सुविधा की शुरुआत | Facility to sanitize goods with ultraviolet light at some railway stations in Mumbai launched

मुंबई के कुछ रेलवे स्टेशनों पर पराबैंगनी प्रकाश से सामान को सेनिटाइज करने की सुविधा की शुरुआत

मुंबई के कुछ रेलवे स्टेशनों पर पराबैंगनी प्रकाश से सामान को सेनिटाइज करने की सुविधा की शुरुआत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : November 24, 2020/5:36 am IST

मुंबई, 24 नवंबर (भाषा) कोविड-19 के खतरे को देखते हुए मध्य रेलवे ने मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी टर्मिनस समेत कुछ बड़े स्टेशनों पर पराबैगनी प्रकाश आधारित सेनिटाइजेशन सुविधा की शुरुआत की है जिससे यात्री अपने सामान को सेनिटाइज कर सकेंगे। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में शुरू की गई इस सुविधा के तहत सामान को एक मशीन से गुजारा जाएगा जिसमें सभी तरफ से उस पर पराबैंगनी प्रकाश की किरणें पड़ेंगी।

अधिकारियों ने बताया कि इन किरणों से सामान के बाहरी सतह पर मौजूद सभी प्रकार के वायरस, बैक्टीरिया और रोगाणु नष्ट हो जाएंगे।

सेनिटाइज करने के बाद सामान पर ‘संक्रमण मुक्त’ होने का स्टिकर लगा दिया जाएगा और उसे यात्रियों को सौंप दिया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि इसके बाद यात्री कुछ तय मूल्य चुका कर सामान को अच्छी तरह रैप भी करवा सकते हैं।

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, “पराबैंगनी प्रकाश आधारित सेनिटाइज करने की सुविधा किफायती दर पर उपलब्ध कराई जा रही है और सामान के आकार के हिसाब से शुल्क लिया जाएगा।”

सुतार ने कहा कि 10 किलोग्राम के सामान को सेनिटाइज करने के लिए दस रुपये, 25 किलोग्राम के लिए 15 रुपये तथा 25 किलोग्राम से अधिक वजनी सामान के लिए 20 रुपये शुल्क देना होगा।

उन्होंने कहा कि 10 किलोग्राम के सामान की रैपिंग करवाने के लिए 60 रुपये, 25 किलोग्राम के सामान के लिए 70 रुपये और 25 किलोग्राम से अधिक वजनी सामान के लिए 80 रुपये देने होंगे।

एक अन्य अधिकारी ने कहा कि सामान को सेनिटाइज करने की यह सुविधा मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस और ठाणे के कल्याण स्टेशन पर उपलब्ध होगी।

अधिकारी के अनुसार दादर, ठाणे और पनवेल स्टेशनों पर भी इस सुविधा को शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

भाषा यश रंजन

रंजन

 

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