प्रदर्शनकारी किसानों ने केन्द्र के कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर मनाया ‘होलिका दहन’, किया ये ऐलान | Farmers celebrate 'Holika Dahan' by burning copies of Centre's agricultural laws

प्रदर्शनकारी किसानों ने केन्द्र के कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर मनाया ‘होलिका दहन’, किया ये ऐलान

प्रदर्शनकारी किसानों ने केन्द्र के कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर मनाया ‘होलिका दहन’, किया ये ऐलान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : March 28, 2021/2:56 pm IST

नयी दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई।

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मोर्चा ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने सीमाओं पर होली मनाई और यह सुनिश्चित किया कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता।

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मोर्चे ने कहा कि पांच अप्रैल को ‘‘एफसीआई बचाओ दिवस’’ मनाया जायेगा और देशभर में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के कार्यालयों को घेराव किया जायेगा।

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बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को समाप्त करने के लिए कई प्रयास किए हैं। पिछले कुछ वर्षों में एफसीआई का बजट भी घटा है। हाल ही में, एफसीआई ने फसलों की खरीद के नियमों में भी बदलाव किया है।’’

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एसकेएम ने हरियाणा विधानसभा में सार्वजनिक संपत्ति क्षतिपूर्ति वसूली विधेयक-2021 को पारित किये जाने की निंदा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य आंदोलनों को दबाना है।

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