नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती पर उनकी शिक्षाओं से प्रेरित होकर, गूगल कला एवं संस्कृति ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन प्रदर्शनी ‘बी द वॉयसेस ऑफ़ चेंज वाया पोस्टकार्ड्स (पोस्टकार्ड के माध्यम से बदलाव की आवाज बनिए)’ शुरू की।
इस आनलाइन प्रदर्शनी का आयोजन कोच्चि स्थित गैर-लाभकारी ‘लेटरफार्म्स’ के सहयोग से किया गया है। इसका उद्देश्य हाथ से तैयार पोस्टकार्ड पर लिखे या पेंट किए गए संदेशों के माध्यम से लोगों को बदलाव के लिए प्रेरित करना है।
इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित पोस्टकार्ड द्वारा आम नागरिकों के ‘‘परिवर्तनकारी विचारों’’ को चित्रित किया गया है। इन पोस्टकार्ड को ‘लेटरफार्म्स’ द्वारा राष्ट्रव्यापी ‘चेंज 150’ सामुदायिक कला परियोजना के माध्यम से चुना गया है।
प्रदर्शनी में राष्ट्रीय महत्व के विषयों जैसे ‘समानता’, ‘शिक्षा’, ‘राष्ट्र’, ‘शासन’, ‘स्वास्थ्य’, ‘सामुदायिक कार्रवाई’, ‘महिला सशक्तीकरण’, ‘पर्यावरण’ , ‘अधिकार’ और ‘मानवता’ पर चीजें प्रदर्शित की गई हैं।
गूगल कला एवं संस्कृति दो अक्टूबर से अगले नौ सप्ताह प्रत्येक शुक्रवार को एक प्रदर्शनी शुरू करेगी।
इस योजना के तहत पहली प्रदर्शनी गांधी जयंती पर बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम द्वारा ‘‘समानता’’ विषय पर शुरू की जाएगी।
‘लेटरफार्म्स’ के सह-संस्थापक साजी मैथ्यू ने कहा, ‘‘पोस्टकार्ड पर हस्तलिखित परिवर्तनकारी विचार भविष्य में हमारे समाज एवं हमारे देश के लिए भारत के लोगों द्वारा अपनी दृष्टि को स्पष्ट करने वाले सामूहिक आवाजों से कम नहीं हैं। यह जाति, पंथ, संस्कृति और आर्थिक स्थिति से परे सामान्य भारतीय से आते हैं।’’
भाषा. अमित माधव
माधव
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