नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्द्धन ने कोल इंडिया की 12 वर्ष से कम आयु के थैलीसीमिया से पीड़ित वंचित तबके के मरीजों के इलाज में मदद करने वाली कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल की तारीफ की।
कोल इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस पहल के तहत वह समाज के गरीब और वंचित तबकों से आने वाले लोगों को वित्तीय मदद देती है।
कोल इंडिया ने वर्ष 2017 में ‘थैलीसीमिया बाल सेवा योजना’ की शुरुआत की थी। इसके तहत थैलीसीमिया के मरीजों को हेमेटोपॉइटिक स्टेम सेल प्रतिरोपण (एचएसटीसी) के लिए वित्तीय मदद दी जाती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को इस योजना के दूसरे चरण का उद्घाटन किया और कंपनी के प्रयासों की प्रशंसा की।
इसी के साथ उन्होंने 135 बच्चों में एचएसटीसी के सफल प्रतिरोपण के लिए संजय गांधी पीजीआई लखनऊ, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स दिल्ली, सीएमसी वेल्लोर, टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता एवं अन्य अस्पतालों के डॉक्टरों को बधाई दी।
दूसरे चरण में कंपनी ने 200 मरीजों को वित्तीय सहायता देने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत कंपनी प्रति एचएसटीसी के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी।
कंपनी उन बच्चों को यह सुविधा देती है जिनके अभिभावकों की सालाना आय पांच लाख रुपये से कम है।
भाषा
शरद महाबीर
महाबीर
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