नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बाद निगम संचालित हिंदू राव अस्पताल को फिर से कोविड-19 समर्पित अस्पताल में बदला जा सकता है। सूत्रों ने मंगलवार को इस बारे में बताया।
दिल्ली में निगम संचालित सबसे बड़े अस्पताल को 14 जून को कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित किया गया था। उस समय शहर में संक्रमण की पहली लहर चल रही थी। इस अस्पताल में 980 बेड हैं। हालांकि कम मरीजों के कारण 13 अक्टूबर को इस अस्पताल को कोविड-19 के लिए निर्धारित उपचार केंद्रों की सूची से हटा दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि राजधानी में संक्रमण की अब तीसरी लहर चल रही है ऐसे में एक बार फिर से अस्पताल को कोविड-19 के इलाज के लिए निर्धारित किया जा सकता है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश ने मंगलवार दोपहर अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां स्थिति का जायजा लिया।
हाल में केंद्र ने उच्च स्तरीय बैठक के बाद 300 अतिरिक्त आईसीयू बेड, आरटी-पीसीआर जांच की संख्या दोगुनी करने और घर-घर सर्वेक्षण करने समेत कई कदमों की घोषणा की थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि दिल्ली में निगम संचालित कुछ अस्पतालों को कोविड-19 समर्पित अस्पतालों में बदला जाएगा।
राष्ट्रीय बीमारी रोकथाम केंद्र ने हाल में तैयार एक रिपोर्ट में आगाह किया था कि सर्दी के मौसम में श्वसन संबंधी दिक्कतों, बाहर से आने वाले मरीजों और त्योहार के दौरान जमावड़ा बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली को रोजाना करीब 15,000 मामलों के हिसाब से तैयारी करनी होगी।
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 3797 मामले आने से संक्रमितों की संख्या 4.89 लाख से अधिक हो गयी जबकि 99 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 7713 हो गयी। दिल्ली में 11 नवंबर को संक्रमण के सबसे ज्यादा 8593 मामले आए थे और 85 मरीजों की मौत हुई थी।
भाषा आशीष मनीषा
मनीषा
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