मुंबई, छह अप्रैल (भाषा) बैंक ऑफ अमेरिका (बोफा) ने मंगलवार को कहा कि भारत ने महामारी से उत्पन्न उथल-पुथल के दौरान पार पाने और आगे बढ़ने की क्षमता को दिखाया है, उसने दुनिया को पीछे छोड़ा है और वह एक प्रभावशाली देश बना है। अमेरिकी बैंक ने यह भी कहा कि उसने महामारी के दौरान भारत में 3,000 से अधिक रोजगार सृजित किये।
बैंक ऑफ अमेरिका की भारत में क्षेत्रीय प्रमुख काकू नखाटे ने उद्योग मंडल सीआईआई के कार्यक्रम में कहा कि महामारी ने अगुवाई करने की भूमिका निभाने का मौका प्रस्तुत किया। क्योंकि जब पूरी दुनिया में ‘लॉकडाउन’ हो, ऐसी स्थिति के लिये व्यापार को जारी रखने की कोइ्र योजना नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड के दौरान हम भारत में करीब 3,000 नौकरियां सृजित कर पाये। हमने भारत में कई कार्य किये।’’
नखाटे ने अमेरिकी बाजार में महामारी के दौरान खुदरा और लघु कारोबार कर्ज में उछाल का हवाला दिया। इससे जुड़े कई कार्य भारत में हुए।
उल्लेखनीय है कि कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां दफ्तर से जुड़े कार्य भारत से करते हैं और उसके लिये कर्मचारियों की नियुक्ति करते हैं। इसका कारण लागत लाभ है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने कई अन्य देशों को पीछे छोड़ दिया और दुनिया को प्रभावित किया। भारतीयों में संकट से पार पाने और उससे आगे बढ़ने की क्षमता है। मुझे लगता है कि दुनिया में यह पहली बार है कि हर कोई संकट में था, हर जगह उथल-पुथल थी और हर किसी को इससे बाहर निकलना था। प्रक्रियाएं तलाशी जाती हैं और मुझे लगता है कि इस मामले में भारत ने दुनिया को प्रभावित किया।’’
बैंक के मुंबई, हैदराबाद, गुरुग्राम और चेन्नई में करीब 23,000 लोग काम करते हैं। उसने वैश्विक परिचालन से जुड़ी गतिविधियों के लिये गुजरात के गिफ्ट सिटी में भी अपना कार्यालय खोला है।
भाषा
रमण महाबीर
महाबीर
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