संयुक्त राष्ट्र, 29 अप्रैल (भाषा) भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि गंभीर बाधाओं और अपने सीमित संसाधनों के बावजूद देश ने टीकों के न्यायसंगत वितरण के मुद्दे पर जो कहा, उसे करने की कोशिश की।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के काउन्सलर ए अमरनाथ ने महासभा के 43 वें सत्र की सूचना पर समिति से कहा कि संयुक्त राष्ट्र वैश्विक संचार विभाग (डीजीसी) ने सभी देशों के साथ टीके की खुराकों को साझा करने को सक्रियता से प्रोत्साहन दिया है। डीजीसी दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र के कार्यों के बारे में जागरूकता का प्रसार करता है।
भारत ने विभाग से ‘सदस्य देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और टीका उत्पादकों के प्रयासों पर भी उचित प्रकाश डालने का अनुरोध किया, जिन्होंने पहले से ही ऐसा किया है, खासकर उनके साथ जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।’
अमरनाथ ने कहा, “भारत ने गंभीर बाधाओं और हमारे अपने सीमित संसाधनों के बावजूद टीकों के न्यायसंगत वितरण पर जो कहा, उसे करने की कोशिश की । हमने 80 से अधिक देशों के साथ टीके साझा किए हैं और 150 से अधिक देशों को जीवन रक्षक दवाएं, दवाएं और सुरक्षात्मक उपकरण प्रदान किए हैं। हमारे प्रयास इस बात को रेखांकित करते हैं कि हम महामारी को तब तक नहीं हरा पाएंगे जब तक कि हम सभी, हर जगह, सुरक्षित रूप से बाहर न आ जाएं। ”
भारत ‘वैक्सीन मैत्री’ पहल के तहत दुनिया भर के देशों को टीके उपलब्ध करा रहा है और कोवैक्स सुविधा की आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
भाषा दिलीप
पवनेश माधव
माधव
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