बिग बास्केट के नये ग्राहकों की जुलाई की संख्या कोविड-19 पूर्व से 84 प्रतिशत बढ़ी | July number of new big basket subscribers rises 84 percent from Covid-19 East

बिग बास्केट के नये ग्राहकों की जुलाई की संख्या कोविड-19 पूर्व से 84 प्रतिशत बढ़ी

बिग बास्केट के नये ग्राहकों की जुलाई की संख्या कोविड-19 पूर्व से 84 प्रतिशत बढ़ी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:46 PM IST, Published Date : September 1, 2020/4:06 pm IST

नई दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) ऑनलाइन किराना डिलीवरी प्लेटफॉर्म बिगबास्केट ने मंगलवार को कहा कि इस साल जुलाई में उसके प्लेटफॉर्म पर नए ग्राहकों की संख्या में जनवरी माह के मुकाबले 84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह कोविड-19 महामारी के दौर में ई-कॉमर्स मंचों के द्वारा हासिल मजबूत विकास का संकेतक है।

बिगबास्केट ने एक बयान में कहा, नए ग्राहकों की संख्या में कोविडॅ-19 से पहले के दौर के मुकाबले 84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तथा पुराने ग्राहकों के कंपनी के साथ बने रहने की संख्या 50 प्रतिशत बढ़ी है।

इसके अनुसार, ग्राहक जितनी बार बिगबास्केट वेबसाइट / ऐप पर गया, वह पहले की तुलना में 55 प्रतिशत अधिक है और प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर करने वाले परिवारों की संख्या 44 प्रतिशत बढ़ी है।

बयान में कहा गया है, ‘उपभोक्ता व्यवहार के संदर्भ में, इसका मतलब है कि और अधिक ग्राहक अब किराने के सामानों की पहली बार ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं; और ये ग्राहक अपनी मासिक किराना सामान खरीद के साथ साथ ‘टॉप-अप’ भी करवा रहे हैं।’

बयान में कहा गया है, ‘यह बदलाव बिगबास्केट के दैनिक दूध और दैनिक ताज़ा डिलिवरी ऐप में भी दिखाई देता है, जिसमें 139 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ग्राहक एक ही स्थान पर दूध, फल और सब्जियों और अन्य ताज़ी वस्तुओं को खरीदने के विकल्प के रूप में इस प्लेटफार्म को चुनते हैं।’

हालांकि, कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों की कुल संख्या का खुलासा नहीं किया।

बिगबास्केट के राष्ट्रीय श्रेणी प्रमुख शेशु कुमार तिरुमाला, जो ब्रांड इंटेलिजेंस फ़ंक्शन के प्रमुख हैं, ने कहा कि मार्च 2020 से उपभोक्ता व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव आया है।

ग्राहक उन श्रेणियों से बहुत अधिक उत्पाद खरीद रहे हैं जो परिवार के समय, शौक और प्रयोग से संबंधित हैं। उदाहरण के लिए, रंग और क्रेयॉन श्रेणी में ग्राहकों की पैठ 354 प्रतिशत बढ़ी है और बागवानी उपकरणों में 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर

 

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