बेंगलुरु, नौ जून (भाषा) कर्नाटक विद्युत नियामक आयोग (केईआरसी) ने बिजली शुल्क में 30 पैसा प्रति यूनिट की औसत वृद्धि को मंजूरी दे दी है। यह मौजूदा वित्त वर्ष से सभी विद्युत आपूर्ति कंपनियों (एस्कॉम) के उपभोक्ताओं पर लागू होगी।
केईआरसी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 30 पैसा प्रति यूनिट की औसत वृद्धि को मंजूरी दे दी (फिक्स्ड/मांग और ऊर्जा शुल्कों में हुई वृद्धि को देखते हुए)। इससे बिजली दर में औसतन 3.84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।’
इसमें कहा गया कि एस्कॉम ने 135 पैसा प्रति यूनिट यानी 17.31 प्रतिशत की वृद्धि की मांग की थी।
नया शुल्क एक अप्रैल को या उसके बाद हुई पहली मीटर रीडिंग से खपत हुई बिजली पर लागू होगा ताकि ‘आयोग द्वारा तय किए गए राजस्व अंतर को वसूल करने में मदद मिले।’
कांग्रेस नेता और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने बिजली के शुल्क बढ़ाने के फैसले को आम लोगों और उद्योगों के लिये परेशानी बढ़ाने वाला और ‘कर्नाटक को भाजपा द्वारा दिया गया झटका’ करार दिया।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘बिजली के शुल्क बढ़ाने का कर्नाटक के मुख्यमंत्री का फैसला हर किसी के लिए विध्वंसक है चाहे वह आम आदमी हो या उद्योग। महामारी की वजह से हर कोई मुश्किलों का सामना कर रहा है और इस वृद्धि से सब पर बुरा असर पड़ेगा।’
भाषा प्रणव रमण
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