कुआलालंपुर, 23 फरवरी (एपी) मलेशिया के आव्रजन अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने म्यांमा के 1086 प्रवासियों को वापस भेज दिया है। हालांकि, दो मानवाधिकार संगठनों की अपील पर एक अदालत ने प्रवासियों को भेजने की प्रक्रिया पर रोक लगाने का निर्देश दिया था।
प्रवासियों को भेजे जाने के पहले, एमनेस्टी इंटरनेशनल मलेशिया और असाइलम एक्सेस मलेशिया की ओर से म्यांमा के 1200 प्रवासियों को निर्वासित करने की प्रक्रिया पर मंगलवार को एक उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी।
मानवाधिकार समूहों का दावा है कि प्रवासियों में कई शरण के इच्छुक एवं नाबालिग थे।
आव्रजन प्रमुख खैरूल दैमी दाऊद ने एक बयान में कहा कि 1086 प्रवासी स्वेच्छा से म्यांमा की नौसेना के तीन जहाजों से लौटने को राजी हो गए। उन्होंने कहा कि सारे प्रवासी म्यांमा के नागरिक थे और उनमें कोई भी रोहिंग्या शरणार्थी नहीं था।
बयान में अदालत के आदेश का जिक्र नहीं किया गया। यह भी नहीं बताया गया कि 1200 प्रवासियों के बजाए 1086 प्रवासियों को ही क्यों भेजा गया।
एपी आशीष नरेश
नरेश
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