नए वायरस स्ट्रेन वाले देशों के साथ उड़ानों निलंबित रखना चाहते हैं ज्यादातर लोग: सर्वे | Most people want to suspend flights with countries with new virus strain: survey

नए वायरस स्ट्रेन वाले देशों के साथ उड़ानों निलंबित रखना चाहते हैं ज्यादातर लोग: सर्वे

नए वायरस स्ट्रेन वाले देशों के साथ उड़ानों निलंबित रखना चाहते हैं ज्यादातर लोग: सर्वे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:20 PM IST, Published Date : January 8, 2021/1:09 pm IST

मुंबई, आठ जनवरी (भाषा) भारत ने कुछ अंकुशों के साथ ब्रिटेन के लिए शुक्रवार से उड़ाने फिर शुरू कर दी हैं। वहीं ज्यादातर लोग नए कारोना वायरस के संक्रमण वाले देशों से उड़ानों को निलंबित रखे जाने के पक्ष में हैं। ब्रिटेन में कोविड-19 वायरस की नयी किस्म के बाद भारत ने करीब एक पखवाड़े तक वहां के लिए उड़ानों को स्थगित कर दिया था।

ऑनलाइन मंच लोकल सर्किल्स के शुक्रवार को जारी एक सर्वे में कहा गया है कि ज्यादातर लोग नए वायरस स्ट्रेन वाले देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध चाहते हैं। यह सर्वे देश के 207 जिलों में 8,000 नागरिकों के बीच किया गया।

उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बृहस्पतिवार को केंद्र से भारत और ब्रिटेन के बीच उड़ानों को 31 जनवरी तक निलंबित रखने को कहा है।

कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बी.1.1.7 मिलने के बाद भारत ने भी आयरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड और बेल्जियम की तर्ज पर ब्रिटेन के लिए जाने- आने वाली उड़ानों को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया था।

भारत में अब तक ब्रिटेन से लौटे 82 लोग नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं।

लोकलसर्किल्स ने कहा कि यह सर्वे 22 दिसंबर को भारत द्वारा ब्रिटेन के लिए उड़ानें स्थगित करने की घोषणा से दो दिन पहले किया गया। सर्वे में शामिल 50 प्रतिशत लोगों ने ब्रिटेन और अन्य देशों से बबल उड़ानों को भी स्थगित करने का सुझाव दिया।

सरकार ने आठ जनवरी से बबल अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू करने की घोषणा की है। लोकलसर्किल्स ने लोगों की नब्ज टटोलने के लिए एक और सर्वे किया है जिसके जरिये यह जानने का प्रयास किया गया है कि इन 15 दिन में उनकी राय में बदलाव तो नहीं हुआ है।

इस सर्वे के अनुसार 64 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जिन भी देशों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पाया गया है, उनके लिए बबल उड़ानों को भी रद्द किया जाए। वहीं 32 प्रतिशत लोगों का कहना था कि इन देशों के लिए उड़ानों को मौजूदा स्तर अथवा घटी संख्या में परिचालन किया जाए।

इन 15 दिन में दुनिया के करीब 40 देशों में बी.1.1.7 के मामले सामने आए हैं।

भाषा अजय अजय महाबीर

महाबीर

 

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