त्यौहारी मांग के साथ मंडियों में आवक कम होने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार | Oil oilseed prices improve as arrivals in Mandis decrease with glad rags demand

त्यौहारी मांग के साथ मंडियों में आवक कम होने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार

त्यौहारी मांग के साथ मंडियों में आवक कम होने से तेल तिलहन कीमतों में सुधार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : October 17, 2020/11:30 am IST

नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) विदेशी बाजारों में सामान्य कारोबारी रुख के बीच स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को त्यौहारी मांग के साथ किसानों की ओर से मंडियों आवक कम होने से सरसों, मूंगफली, सोयाबीन और सीपीओ एवं पामोलीन सहित विभिन्न तेल तिलहन कीमतों में सुधार आया।

बाजार सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र (अधिक बरसात) और मध्य प्रदेश (कम बरसात) में सोयाबीन फसल का उत्पादन प्रभावित हुआ है। उसमें तेल मिलों को कम मात्रा में तेल की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि किसानों ने सोयाबीन की बेहतर ऊपज को अपने पास रोक रखा है और मंडियों में आने वाले 15-50 प्रतिशत ऊपज दागी (क्षतिग्रस्त) हैं जिनसे अखाद्य तेल निकलते हैं। मंडियों में जो भी थोड़ा अच्छा माल आ रहा है उसे स्टॉकिस्ट खरीद रहे हैं। त्यौहारी मांग होने के बावजूद स्टॉक की कमी से सोयाबीन दाना (तिलहन) सहित इसके तेल कीमतों में सुधार आया।

सूत्रों ने बताया कि मुनाफा और सारे खर्च समेत सीपीओ का भाव 8,100 रुपये प्रति क्विन्टल बैठता है जबकि सोयाबीन डीगम का भाव 9,220 रुपये क्विन्टल बैठता है। आयातकों ने फैसला किया है कि वे अपने सौदों को बेपड़ता यानी खरीद मूल्य से कम भाव पर नहीं बेचेंगे। इस वजह से सीपीओ, पामोलीन और सोयाबीन डीगम कीमतों में सुधार आया।

मूंगफली के मामले में निर्यात की मांग होने तथा कम कीमत पर बिकवाली रोकने से मूंगफली दाना और मूंगफली तेल कीमतों में सुधार आया।

सूत्रों ने कहा कि सरसों की त्यौहारी मांग है। लेकिन किसान अगली रबी फसलों की बिजाई में लग गये हैं और मंडियों में कम ऊपज ला रहे हैं। सहकारी संस्था नाफेड ने हरियाणा के चौटाला मंडी में सरसों बिक्री के लिए जो बोली मांगी थी वह शुक्रवार के मुकाबले 101 रुपये अधिक बोली प्राप्त हुई है। पशु आहार के लिए मांग बढ़ने से भी सरसों खल का दाम 2,300 रुपये से 100 रुपये बढ़कर 2,400 रुपये क्विन्टल हो गया है। मांग के मुकाबले मंडियों में कम आवक के कारण सरसों दाना सहित इसके तेल कीमतों में सुधार आया।

व्यापारियों के अनुसार सलोनी मंडी- आगरा में सरसों का भाव 6000 रुपये से बढ़ कर 6150 रुपये बोला गया।

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन की फसल को पहुंचे नुकसान के बाद सरसों की मांग है इसलिए नाफेड को सोच समझकर कम मात्रा में सरसों की बिकवाली करनी चाहिये क्योंकि अगली फसल आने में पांच से छह महीने की देर होगी। सरसों दाना में 25 रुपये, सरसों दादरी में 100 रुपये तथा सरसों पक्की और कच्ची घानी के भाव 15-15 रुपये का सुधार दर्शाते बंद हुए।

तेल तिलहन बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 5,650 – 5,690 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना – 5,175- 5,225 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 12,850 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,950 – 2,000 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 11,250 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,745 – 1,895 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,865 – 1,975 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 – 15,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,160 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,900 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 9,100 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 7,950 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,100 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 9,400 रुपये।

पामोलीन कांडला- 8,600 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन मिल डिलिवरी भाव 4,195 – 4,220 लूज में 4,065 — 4,095 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) – 3,500 रुपये

भाषा राजेश

राजेश मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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