संस्कृति मंत्री की अगुआई में आए लोग वन विभाग के जब्त वाहन 'जबरन' छुड़ा ले गए : अधिकारी | People led by Culture Minister 'forcibly' rescue seized vehicles of forest department: officials

संस्कृति मंत्री की अगुआई में आए लोग वन विभाग के जब्त वाहन ‘जबरन’ छुड़ा ले गए : अधिकारी

संस्कृति मंत्री की अगुआई में आए लोग वन विभाग के जब्त वाहन 'जबरन' छुड़ा ले गए : अधिकारी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : January 12, 2021/1:34 pm IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 12 जनवरी (भाषा) वन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की अगुवाई में करीब 20 लोग इंदौर जिले के बड़गोंदा क्षेत्र में इस महकमे के परिसर में घुसे और अवैध खुदाई के मामले में जब्त अर्थ मूविंग मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली जबरन छुड़ाकर ले गए।

बड़गोंदा उस महू सीट का हिस्सा है जिसकी ठाकुर विधानसभा में नुमाइंदगी करती हैं।

वन विभाग के परिक्षेत्र सहायक रामसुरेश दुबे ने संवाददाताओं को बताया, ‘बड़गोंदा के जंगल में कुछ लोगों द्वारा अवैध खुदाई किए जाने और बिना स्वीकृति मार्ग बनाए जाने पर 10 जनवरी (रविवार) को एक अर्थ मूविंग मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली को भारतीय वन अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत जब्त किया गया था। इन वाहनों को बड़गोंदा में वन विभाग के परिसर में रखा गया था।’

उन्होंने कहा, ‘राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर 11 जनवरी (सोमवार) की शाम 6:30 बजे के आस-पास अपने करीब 20 कार्यकर्ताओं के साथ बड़गोंदा स्थित परिसर में आईं। इन लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों को डराया-धमकाया और वे हमारे द्वारा जब्त अर्थ मूविंग मशीन व ट्रैक्टर ट्रॉली जबरन छुड़ा कर ले गए।’

दुबे के मुताबिक उन्होंने इस मामले में ठाकुर और उनके समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए बड़गोंदा पुलिस थाने में सोमवार को ही लिखित शिकायत कर दी थी। लेकिन थाने से उन्हें इस शिकायत की पावती नहीं दी गई।

उन्होंने बताया, ‘मुझे आज (मंगलवार) इस शिकायत की पावती देने के लिए बड़गोंदा पुलिस थाने बुलाया गया था। लेकिन मैं जब वहां पहुंचा, तो एक थानेदार ने अपने आला अधिकारियों से चर्चा के बाद मुझे मेरी शिकायत यह कहते हुए वापस कर दी कि जब यह दस्तावेज वन विभाग के माध्यम से पुलिस अधीक्षक के पास आएगा, तब इस पर पुलिस अधीक्षक के कहे मुताबिक कदम उठाया जाएगा।’

दुबे ने बताया कि जबरन छुड़ाकर ले जाई गई अर्थ मूविंग मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली को खोजा जा रहा है। उन्होंने एक अन्य घटना का हवाला देते हुए बताया, ‘चोरल क्षेत्र में भी वन विभाग के चौकीदार के साथ मारपीट की घटना हो चुकी है और कुछ लोग नाका तोड़कर जंगल से लकड़ियां ले गए हैं। वन क्षेत्र में कुछ लोग आतंकवादियों जैसे काम कर रहे हैं।’

वन विभाग के अधिकारी के आरोपों पर संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की प्रतिक्रिया कई प्रयासों के बावजूद अब तक नहीं मिल सकी है। उनके एक सहयोगी का कहना है कि वह फिलहाल केरल की यात्रा पर हैं।

उधर, बड़गोंदा पुलिस थाने के प्रभारी अजीत सिंह बैस ने दावा किया कि उन्हें ठाकुर और उनके समर्थकों के खिलाफ थाने में की गई शिकायत के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है।

इस बीच, प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया कि बड़गोंदा में वन विभाग की जब्त जिस अर्थ मूविंग मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली को ठाकुर की अगुवाई में जबरन छुड़ाकर ले जाया गया, वह भाजपा के एक कार्यकर्ता की थी।

सलूजा ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, ‘वन विभाग के परिक्षेत्र सहायक की शिकायत से साबित होता है कि अवैध कार्यों को प्रदेश के मंत्रियों का खुला संरक्षण है।’

कांग्रेस नेता ने मांग की कि ठाकुर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल से तत्काल हटाया जाए। इसके साथ ही, ठाकुर और बड़गोंदा की घटना में शामिल उनके समर्थकों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।

भाषा हर्ष

मानसी

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