पीलीभीत: पुलिस की जाँच में दो नाबालिग सगी बहनों से बलात्कार का आरोप निराधार निकला | Pilibhit: Police investigation into rape of two minor sisters turned out to be baseless

पीलीभीत: पुलिस की जाँच में दो नाबालिग सगी बहनों से बलात्कार का आरोप निराधार निकला

पीलीभीत: पुलिस की जाँच में दो नाबालिग सगी बहनों से बलात्कार का आरोप निराधार निकला

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:49 PM IST, Published Date : January 11, 2021/6:41 pm IST

पीलीभीत (उप्र), 11 जनवरी (भाषा) पीलीभीत जिले में हजारा क्षेत्र में 65 वर्षीय नियोक्ता पर दो नाबालिग सगी बहनों द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोप को पुलिस ने निराधार बताया है।

पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने सोमवार को बताया कि 13 साल और 15 साल की दो सगी बहनों ने 65 साल के अपने मालिक पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाया था। मामले की जांच में आरोप झूठे पाए गए हैं।

यादव ने बताया कि आरोपी की पुत्री ने रविवार को उनसे मुलाकात कर एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि बलात्कार का आरोप लगाने वाली दोनों बहनों की नजर उसके पिता की संपत्ति पर है। उन लड़कियों को काम से हटाकर घर खाली करा लेने के कारण लड़कियों ने उनके पिता पर यह आरोप लगाए हैं।

मामले की जांच कर रहे क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि उन्होंने जाँच पूरी कर सोमवार को पुलिस अधीक्षक को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य बलात्कार के आरोपों को झूठा बताते हैं। जाँच में सभी प्रकार से पृष्ठभूमि भी देखी गई थी, जो आरोपों को किसी प्रकार से सिद्ध नही कर रही है।

उन्होंने बताया कि आरोप लगाने वाली लड़कियों ने पुलिस से की गई शिकायत में खुद के दलित होने का जिक्र किया है लेकिन उनका परिवार नेपाल का रहने वाला है और उनके पास दलित होने का कोई प्रमाण पत्र नहीं है। इस बात की पुष्टि उन्होंने खुद नेपाल में उनके गांव जाकर की है।

कुमार ने बताया कि पीड़ित पक्ष की शिकायत उन्हें महिला आयोग के माध्यम से प्राप्त हुई थी। नियमानुसार किसी एजेंसी के माध्यम से आने वाली शिकायत पर जाँच करने का प्रावधान है। आरोप सिद्ध होने के बाद अभियोग पंजीकृत किया जाता है।

इसके अतिरिक्त, सीओ प्रमोद ने यह भी स्पष्ट किया किया कि जाँच में आरोप सिद्ध होने पर पीड़ितों का मेडिकल परीक्षण होना चाहिए, चूँकि कोई भी ठोस आधार नहीं पाया गया इसलिए मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया।

भाषा सं सलीम मानसी

मानसी

 

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