चंडीगढ़, सात जून (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में धरना-प्रदर्शन करने वाले विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून के तहत मामले दर्ज करें।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और आम आदमी पार्टी (आप) के कृत्यों को ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ और कोविड-19 को देखते हुए राज्य में लागू पाबंदियों का घोर उल्लंघन करार देते हुए मुख्यमंत्री ने डीजीपी दिनकर गुपता से कहा कि कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
कोरोना वायरस के टीके निजी अस्पतालों को ‘‘देने के’’ मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के खिलाफ आप ने रविवार को जहां प्रदर्शन किया वहीं शिअद ने सोमवार को ‘धरना’ दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब लोग विवाह एवं अंतिम संस्कार के लिए भी इकट्ठा नहीं हो सकते हैं, इन दलों के नेता और कार्यकर्ता ‘‘उच्छृंखल तरीके’’ से व्यवहार कर रहे हैं जो पंजाब के लोगों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार को अनुमति नहीं दी जा सकती या बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि रविवार को आप का धरना राज्य में सप्ताहांत में लगे कर्फ्यू का उल्लंघन है और इस तरह के धरना और राजनीतिक सभाओं से संक्रमण के फैलने का खतरा रहता है।
उन्होंने डीजीपी से कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए। सिंह ने कहा कि नेताओं की समाज के प्रति बड़ी जिम्मेदारी है, जिसका इन दलों ने ‘‘त्याग’’ कर दिया है।
भाषा नीरज नीरज उमा
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