केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर | Ruling LDF in Kerala poised for historic victory

केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर

केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : May 2, 2021/9:24 am IST

तिरुवनंतपुरम, दो मई (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाला वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सत्ता में फिर से काबिज होने के लिए तैयार है और वह राज्य में जारी मतगणना के मद्देनजर आ रहे रुझानों में 140 में से कम से कम 94 सीटों पर आगे चल रहा है।

अगर वे जीत जाते हैं तो दक्षिणी राज्य में कम्युनिस्ट और कांग्रेस नीत यूडीएफ के बीच सत्ता की अदला-बदली के चार दशक पुराने चलन को खत्म कर देंगे।

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, एलडीएफ 85 सीटों पर आगे है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस नीत यूडीएफ 44 और भाजपा की अगुवाई वाला राजग तीन सीटों पर आगे है।

ताजा आंकड़ों के अनुसार, वाम मार्चा 14 जिलों में से 10 में अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं आगे है।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कन्नूर के धर्मादम निर्वाचन क्षेत्र में अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी से 13,000 से अधिक मतों से आगे हैं।

उनके मंत्रिमंडल के कम से कम चार सहयोगी टी पी रामकृष्णन (पेरांबरा), एम एम मणि (उदुबनचोला), के. कृष्णकुट्टी (चित्तूर), और कडनपल्ली रामचंद्रन (कन्नूर) ने जीत दर्ज कर ली है लेकिन निर्वाचन आयोग ने अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है।

राज्य के मंत्री के के शैलजा, ए सी मोइदीन और के. सुरेंद्रन आगे चल रहे हैं जबकि जे मर्सीकुट्टी अम्मा शुरुआत से ही पीछे चल रहे हैं।

रमेश चेन्नीथला, ओम्मन चांडी, टी राधाकृष्णन और पी टी थॉमस समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आगे चल रहे हैं।

चांडी को उनके गढ़ पुथुपल्ली में मिले मतों में गिरावट ने कांग्रेस खेमे को हैरत में डाल दिया है। वह पिछले 50 वर्षों से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चांडी अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी और छात्र नेता जैक सी थॉमस से दोपहर एक बजे तक महज 2,805 मतों से आगे चल रहे हैं।

पलक्कड में भाजपा ने बढ़त कायम रखी है जहां उसने ‘मेट्रो मैन’ के नाम से मशहूर ई श्रीधरन को उम्मीदवार बनाया था।

श्रीधरन (88) अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी और दो बार के विधायक शफी परामबिल से 4,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं।

वरिष्ठ भाजपा नेता और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मानम राजशेखरन तथा अभिनेता से राज्यसभा सदस्य बने सुरेश गोपी क्रमश: नेमोम तथा त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से आगे चल रहे हैं।

बहरहाल भाजपा की केरल ईकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन मंजेश्वरम और कोन्नी दोनों सीटों पर शुरुआत से ही पीछे चल रहे हैं। उन्होंने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था।

भाजपा के अन्य नेता शोभा सुरेंद्रन, एम टी रमेश और पी के कृष्णदास अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में करीबी प्रतिद्वंद्वियों से काफी पीछे चल रहे हैं।

केरल कांग्रेस (एम) प्रमुख जोस के मणि पाला में पीछे चल रहे हैं। मौजूदा विधायक मणि सी कप्पन पाला में 10,000 मतों से आगे चल रहे हैं।

ईसाई बहुल मध्य केरल में गहरी पैठ रखने वाली केसी (एम) ने हाल ही में विपक्षी दल यूडीएफ से दशकों पुराने अपने संबंध तोड़ लिए थे और एलडीएफ में शामिल हो गई थी।

रेवोल्यूशनरी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपी) नेता टीपी चंद्रशेखरन की विधवा के के रामा का कोझीकोड जिले के वडकरा से बढ़त बनाना भी माकपा नीत मोर्चे के लिए एक झटका है।

भाषा गोला मनीषा

मनीषा

 

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