मास्को, 15 अप्रैल (एपी) रूसी अधिकारियों ने एक ऑनलाइन छात्र पत्रिका के चार संपादकों पर जेल में बंद विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी के समर्थन में हुए देशव्यापी प्रदर्शनों में नाबालिगों को अवैध गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए उकसाने का बुधवार को आरोप लगाया।
अदालत ने सभी चार संपादकों को अगले दो महीनों के लिए घर छोड़कर नहीं जाने का आदेश दिया है और उन्हें इंटरनेट का इस्तेमाल करने तथा परिवार के करीबी सदस्यों, वकीलों तथा कानून प्रवर्तन एजेंसियों से बातचीत करने से रोक दिया है।
इन आरोपों में अधिकतम तीन साल की सजा हो सकती है। स्वतंत्र समाचार संगठनों पर बढ़ते दबाव के बीच ये आरोप लगाए गए हैं।
ऑनलाइन छात्र पत्रिका ‘डीओएक्सए’ और उसके बचाव में शामिल एक मानवाधिकार समूह ने कहा कि पुलिस ने पत्रिका के चार संपादकों के मास्को में स्थित घरों, दो संपादकों के माता-पिता के अपार्टमेंट और पत्रिका के कार्यालयों पर छापा मारा।
पत्रिका का कहना है कि यह कार्रवाई जेल में बंद रूस में विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी के समर्थन में जनवरी में हुए प्रदर्शन से पहले पत्रिका पर प्रसारित एक वीडियो से जुड़ी हुई है।
नवलनी के समर्थन में दो सप्ताह तक चला प्रदर्शन रूस में हाल के वर्षों में हुआ सबसे बड़ा जनांदोलन है और क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति का कार्यालय) के लिए बड़ी चुनौती भी है।
वीडियो में बताया गया है कि कैसे प्रदर्शनों से पहले स्कूलों और विश्वविद्यालयों के छात्रों पर कितना दबाव होता है, यहां तक कि उन्हें संस्थान से निकाले जाने का भी डर होता है।
रूस की मीडिया और इंटरनेट निगरानी संस्था रोस्कोमनादजोर ने डीओएक्सए से वीडियो के प्रसार के कुछ दिन बाद कहा था कि वह वीडियो को डिलीट कर दे। संस्था ने आरोप लगाया था कि उक्त वीडियो की सामग्री नाबालिगों को अवैध गतिविधियों में भाग लेने के लिए उकसा रही है।
डीओएक्सए ने बुधवार को कहा कि वीडियो में किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल होने की बात नहीं की गई है।
एपी गोला सुरभि
सुरभि
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इजराइल ने ईरान पर ड्रोन हमले के बारे में आखिरी…
7 hours ago