पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हिरासत में लिए गए | STATE CONGRESS PRESIDENT WHO IS GOING TO MEET VICTIM FAMILY DETAINED

पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हिरासत में लिए गए

पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हिरासत में लिए गए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:44 PM IST, Published Date : September 14, 2020/4:08 pm IST

लखनऊ, 14 सितंबर (भाषा) महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक पर रिश्वत का आरोप लगाने वाले कारोबारी की हत्या के बाद सोमवार को उसके परिजन से मुलाकात करने जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई पार्टी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।

पार्टी ने कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत की सीबीआई जांच कराने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता देने और आरोपियों को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है।

कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष लल्लू और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता आराधना मिश्रा मारे गए कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी के परिवार से मिलने महोबा जा रहे थे। रास्ते में कानपुर देहात के घाटमपुर इलाके में उन्हें रोक लिया गया।

कुमार ने बताया कि लल्लू तथा अन्य पार्टी नेताओं को हिरासत में लेकर घाटमपुर स्थित अतिथि गृह में रखा गया। बाद में सभी को वापस लखनऊ भेज दिया गया।

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष लल्लू ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा कि उनकी राज्य सरकार से मांग है त्रिपाठी हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराई जाए, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता तथा सुरक्षा की गारंटी मिले और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही इस हत्याकांड के आरोपी महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार समेत सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ का दावा करती है लेकिन उन्हीं के राज में एक पुलिस अधीक्षक संगठित गिरोह बनाकर खुलेआम रिश्वत मांगता है। इतना ही नहीं रिश्वत का आरोप लगाने वाले कारोबारी की हत्या तक हो जाती है। यह योगी के दावे के खोखलेपन को उजागर करता है।

गौरतलब है कि महोबा जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार के खिलाफ रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल करने के कुछ घंटे बाद गोली लगने से घायल क्रशर व्यवसायी इंद्रकांत त्रिपाठी (44) की रविवार शाम कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

त्रिपाठी के बड़े भाई रविकांत का आरोप है कि महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक पाटीदार ने उनके भाई से छह लाख रुपये रिश्वत मांगी थी और नहीं देने पर उसे झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत नौ सितंबर को पाटीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनकी संपत्ति की सतर्कता अधिष्ठान से जांच कराने के आदेश दिए थे।

रविकांत की तहरीर पर पिछले शुक्रवार को पाटीदार, कबरई के निलंबित थानाध्यक्ष देवेंद्र शुक्ला तथा दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

भाषा सलीम धीरज

धीरज

 

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