चंडीगढ़, 15 सितंबर (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेताओं ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि केंद्र सरकार को कृषि से संबंधित तीन विधेयकों पर किसानों की चिंताओं का निराकरण करना चाहिए। उन्होंने प्रस्तावित कानून को संसदीय समिति को भेजा जाना चाहिए।
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, राज्य सभा सदस्य बलविंदर सिंह भुंडेर, नरेश गुजराल और वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने दिल्ली में नड्डा के आवास पर उनसे मुलाकात की और सोमवार को संसद में प्रस्तुत किए कृषि संबंधित तीन विधेयकों के मुद्दे पर चर्चा की।
केंद्र में शिअद, भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का सहयोगी दल है।
गुजराल ने संवाददाताओं से कहा, “ (बैठक में) हमने कहा कि चूंकि इन विधेयकों को लेकर किसानों के मन में संशय है इसलिए यह जरूरी है कि इन मुद्दों का निराकरण किया जाए। किसानों को लगता है कि ये (कृषि विधेयक)किसान विरोधी हैं।”
उन्होंने कहा, “आपको (भाजपा) लगता है कि आप किसानों के सबसे बड़े हितैषी हैं, लेकिन पंजाब, हरियाणा और राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश में धारणा इसके एकदम अलग है। इसलिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि इन्हें (इन विधेयकों) को संयुक्त प्रवर समिति को भेज दिया जाए जो सभी हितधारकों के साथ बातचीत करेगी।”
चालीस मिनट तक चली बैठक में गुजराल ने कहा कि सरकार को विधेयकों के बारे में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
सरकार ने सोमवार को लोकसभा में कृषि उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक, किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन समझौता विधेयक और कृषि सेवा अध्यादेश और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पेश किये।
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