बर्ड फ्लू के कारण मुर्गे की बिक्री में ‘‘ खासी गिरावट’’: दिल्ली के दुकानदार | "Significant decline" in poultry sales due to bird flu: Delhi shopkeeper

बर्ड फ्लू के कारण मुर्गे की बिक्री में ‘‘ खासी गिरावट’’: दिल्ली के दुकानदार

बर्ड फ्लू के कारण मुर्गे की बिक्री में ‘‘ खासी गिरावट’’: दिल्ली के दुकानदार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:36 PM IST, Published Date : January 8, 2021/1:24 pm IST

नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) दिल्ली में पोल्ट्री मांस बेच रहे दुकानदारों ने दावा किया है कि बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के मद्देनजर पिछले कुछ सप्ताह में बिक्री में ‘‘खासी गिरावट’’ आई है।

दिल्ली मांस व्यापारी संघ के महासचिव इरशाद कुरैशी ने कहा, ‘‘बर्ड फ्लू फैलने संबंधी खबरें आने के बाद, मुर्गे की बिक्री कम से कम 20 प्रतिशत कम हो गई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात को समझते हैं कि ग्राहक घबरा जाते हैं और सावधानी के तौर पर मुर्गों की खरीदारी बंद कर देते हैं, लेकिन यह जानना महत्वपूर्ण है कि यदि मांस को अच्छे से पकाया जाए, तो स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं होता।’’

कुरैशी ने कहा कि मुर्गे का मांस ‘‘200 रुपए प्रति किलोग्राम से गिरकर 150 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है, जो पोल्ट्री किसानों के साथ-साथ दुकानदारों का भी नुकसान’’ है।

उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू के खतरे का कारोबार पर ऐसे समय में असर पड़ रहा है, जब कारोबारी पहले की कोविड-19 के प्रभाव से जूझ रहा है।

कुरैशी ने अपने ग्राहकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि दिल्ली मांस व्यापारी संघ ने अपनी ‘‘6,000 लाइसेंसधारी मांस की दुकानों’’ को नए दिशा-निर्देश भेजे हैं ताकि स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके।

द्वारका में ‘सरदार एक प्योर मीट शॉप’ के रविंद्र पाल सिंह ने कहा कि दिल्ली में बर्ड फ्लू का डर फैलने के बाद से ‘‘हर दिन मंगलवार हो गया है’’।

उन्होंने कहा, ‘‘बर्ड फ्लू के कारण हमारी बिक्री पर बहुत असर पड़ा है। हमने पिछले सप्ताह से व्यावहारिक रूप से मुर्गे की कोई बिक्री नहीं की है। ऐसा लग रहा है कि हर दिन मंगलवार बन गया है। मंगलवार को लोग अमूमन मांस नहीं खाते हैं, इसलिए हम उस दिन दुकानें बंद रखते हैं।’’

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा था कि शहर में अभी तक ‘बर्ड फ्लू’ का कोई मामला नहीं है और अधिकारियों को पड़ोसी राज्यों से आने वाले ‘पॉल्ट्री’ पक्षियों पर नजर रखने को कहा गया है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

भाषा

सिम्मी माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)