नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) देश की प्रमुख डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) कंपनी टाटा स्काई ने कहा है कि सरकार के ऑपरेटरों को 20 साल की लंबी अवधि के लिए लाइसेंस प्रदान करने के फैसले से उद्योग में निश्चितता आएगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को देश में डीटीएच सेवाएं देने के दिशानिर्देशों में संशोधन को मंजूरी दे दी। इसके तहत अब डीटीएच सेवाओं के लिए लाइसेंस 20 साल के लिए दिया जाएगा।
अभी तक लाइसेंस की वैधता 10 साल की होती है।
टाटा स्काई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हरित नागपाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का आभार जताते हैं। उन्होंने डीटीएच लाइसेंस नीति पर लंबे समय से जारी गतिरोध को दूर कर अनिश्चितता को समाप्त किया है।’’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही डीटीएच उद्योग समान अवसर चाहता है।
नागपाल ने कहा कि डीटीएच उद्योग के लिए लाइसेंस शुल्क केबल टीवी के समान होना चाहिए।
इससे पहले जावड़ेकर ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि उद्योग में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए बदलावों को मंजूरी दी गई है। अभी तक उद्योग में 49 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति थी।
उन्होंने कहा कि इस बारे में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के साथ विचार-विमर्श किया गया।
भाषा अजय अजय मनोहर
मनोहर
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