संक्रमित सहयोगी के संपर्क में आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पृथक-वास में नहीं रहेंगे | Uk PM in contact with infected aide will not live in separate residence

संक्रमित सहयोगी के संपर्क में आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पृथक-वास में नहीं रहेंगे

संक्रमित सहयोगी के संपर्क में आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पृथक-वास में नहीं रहेंगे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:20 PM IST, Published Date : July 18, 2021/11:41 am IST

लंदन, 18 जुलाई (एपी) ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन की पहचान, देश की टेस्ट-एंड-ट्रेस प्रणाली ने कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए मामले के रूप में की है। हालांकि अपने हजारों देशवासियों की तरह बोरिस जॉनसन 10 दिनों तक घर पर नहीं रहेंगे।

जॉनसन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय ने रविवार को बताया कि प्रधानमंत्री को बीती रात टेस्ट-एंड-ट्रेस फोन ऐप से सतर्क किया गया था। शुक्रवार को उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद के साथ बैठक की थी जो शनिवार को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। जावेद कोविड-19 रोधी टीके की सभी खुराक ले चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें कोविड-19 के हल्के लक्षण हैं।

जिन लोगों को ऐप से इस तरह की सूचना मिलती है उन्हें पृथक-वास में जाना होता है, हालांकि यह कानूनी बाध्यता नहीं है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए शख्स को आम तौर पर 10 दिन के लिए पृथक-वास में जाने की सलाह दी जाती है। लेकिन जॉनसन के कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री इसके बजाय सरकारी सहित कुछ कार्यस्थलों में वैकल्पिक प्रणाली के तहत दैनिक कोरोनावायरस जांच कराएंगे। राजकोष प्रमुख ऋषि सुनक पर यही नियम लागू होते हैं क्योंकि वह भी बैठक के बाद जावेद के संपर्क में आए थे।

सरकार ने बताया कि दोनों व्यक्ति ‘‘इस दौरान सिर्फ जरूरी सरकारी कामकाज’’ करेंगे। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और नियम के अनुसार संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों को पृथक-वास में रहने की सलाह दी जाती है। कारोबारियों, रेस्त्रां, कार निर्माताओं और लंदन मेट्रो ने इसके कारण कर्मचारियों की कमी का सामना करने की बात कही है।

विपक्षी लेबर पार्टी के स्वास्थ्य प्रवक्ता जोनाथन एशवर्थ ने कहा कि लोग इस बात से नाराज हैं कि कुछ लोगों को पृथक-वास से बचने के लिए ‘‘वीआईपी’’ की तरह विशेष सुविधा मिल रही है।

जॉनसन अप्रैल 2020 में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और वह तीन दिन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे। अब वह ऐसे समय में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जब सोमवार से ब्रिटेन की सरकार पाबंदी हटाने की तैयारी कर रही है। हालांकि सरकार ने बेहद संक्रामक डेल्टा स्वरूप के मद्देनजर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। वायरस के इस स्वरूप का सबसे पहले भारत में पता चला था। शनिवार को ब्रिटेन में 54,000 से अधिक मामले आए जो जनवरी के बाद से सबसे अधिक है।

एपी सुरभि नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers