संजय राउत ने ममता बनर्जी को बताया बंगाल की शेरनी, कहा- लोकतंत्र की जीत हुई | West Bengal election results a victory for democracy: Shiv Sena leader sanjay Raut

संजय राउत ने ममता बनर्जी को बताया बंगाल की शेरनी, कहा- लोकतंत्र की जीत हुई

संजय राउत ने ममता बनर्जी को बताया बंगाल की शेरनी, कहा- लोकतंत्र की जीत हुई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : May 2, 2021/4:20 pm IST

मुम्बई, (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रतिद्वंद्वी भाजपा के साथ कड़े मुकाबले के बाद तृणमूल कांग्रेस के पास ही सत्ता बरकरार रहने के आसार नजर आने के उपरांत शिवसेना ने रविवार को कहा कि ममता बनर्जी की उनके अपने राज्य में जीत भारत में ‘लोकतंत्र की जीत’ है और यह परिणाम राष्ट्रीय राजनीति को एक नयी दिशा देगा।

Read More News: आखिरकार अनिल साहनी ने तोड़ दिया दम, शिवराज मामा से लगाई थी मदद की गुहार

पार्टी सांसद संजय राउत ने बनर्जी को ‘बंगाल की बाघिन’ बताते हुए उनकी प्रशंसा की । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिये चल रही मतगणना में तृणमूल कांग्रेस के भाजपा से बहुत आगे निकल जाने पर राज्यसभा सदस्य ने ट्वीट किया, ‘‘बंगाल की बाघिन को बधाई।’’

नवीनतम रूझानों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस 202 सीटों पर आगे चल रही है जबकि भाजपा को 82 सीटों पर बढ़त है। विधानसभा की 292 सीटों के लिए चुनाव हुए थे।

Read More News: ममता बनर्जी को हराने वाले सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला, टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया हमले का आरोप

राउत ने कहा कि भाजपा ने कठिन परिश्रम किया और पश्चिम बंगाल में चुनावों में काफी पैसा लगाया लेकिन बनर्जी को हराना आसान नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ बंगाल के लोगों ने बंगाल के गर्व एवं प्रतिष्ठा के लिए वोट डाला। उन्होंने बेखौफ होकर मतदान किया। देश बनर्जी को उम्मीद की नजर से देख रहा है। वह घायल बाघिन की तरह लड़ीं। उनकी जीत भारत में लोकतंत्र की जीत है और यह परिणाम राष्ट्रीय राजनीति को एक नयी दिशा देगा।’’

Read More News: दमोह उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीवार अजय टंडन ने मारी बाजी, हार के बाद राहुल लोधी ने जयंत मलैया पर लगाया भीतरघात

राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘हमें ममता दीदी को बधाई देनी है कि उन्होंने भाजपा की चुनौती को स्वीकार किया और वह एक ही सीट से चुनाव लड़ीं।’’

शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमें इसमें कोई शक नहीं है कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में अगली सरकार बनाएगी। उनकी पार्टी को ध्वस्त कर देने की सभी कोशिश की गयी लेकिन उन्होंने कठिन लड़ाई लड़ी। केंद्रीय जांच एजेंसियों उनके खिलाफ लगा दी गयीं।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने कड़ी मेहनत की और उसके नेतृत्व की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी।

Read More News: सीएम बघेल ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के सभी विजेताओं को दी बधाई, कहा- हमें इस बात का गर्व है कि योद्धा की तरह लड़े

उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन वे अपने प्रयासों में विफल रहे। कोविड-19 के सारे नियमों को ताक पर रखते हुए भाजपा ने ताकत प्रदर्शन, रोडशो और बड़ी रैलियां करने पर ध्यान लगाया। परंतु बनर्जी जमीनी नेता हैं और उन्होंने उनसभी को हरा दिया।’’

राऊत ने कहा कि उन्होंने (बनर्जी ने) साबित कर दिया कि दिल्ली का मनमानापन नहीं बर्दाश्त किया जाएगा तथा राज्य के लोगों ने तय कर दिया कि किसके हाथों में राज्य को शासन के लिए सौंपना है।

Read More News : वैक्सीनेशन में छत्तीसगढ़ ने कई बड़े राज्यों को पछाड़ा, 56 लाख अधिक लोगों का टीकाकरण कर देश में दूसरे नंबर पर

उन्होंने कहा कि उन्होंने बनर्जी को फोन करके उन्हें जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘ (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ) उद्धव ठाकरे भी बनर्जी की जीत से प्रसन्न हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम कोरोना वायरस को हराने के लिए संघर्ष कर रहे थे जबकि केंद्र ममता बनर्जी को हराने के लिए लड़ रहा था। प्रधानमंत्री ने बंगाल चुनाव पर ध्यान देने के लिए कोविड प्रबंधन की अनदेखी की । प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनावों पर इतना ध्यान दिया और पार्टी हार गयी…. । ’’

राउत ने कहा कि अब सभी लोग राजनीतिक आंकड़ों के बजाय कोविड-19 के आंकड़ों में वृद्धि से ज्यादा चिंतिंत है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस एवं राकांपा के साथ गठबंधन में सत्तासीन में शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव नहीं लड़ा था बल्कि उसने बनर्जी को अपना समर्थन दिया था।

मतगणना के ताजा रूझानों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में सत्ता में फिर से लौटने की ओर उन्मुख है जबकि असम में भाजपा और केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की वापसी के आसार हैं।

Read More News: छत्तीसगढ़ में आज नए मरीजों की अपेक्षा स्वस्थ्य होने वाले संक्रमितों की संख्या ज्यादा, जानिए 199 की मौत

रूझानों से यह भी संकेत मिला है कि तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक की सत्ता में वापसी की संभावना नहीं है, उसकी विरोधी पार्टी द्रमुक सत्ता की ओर अग्रसर है। केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में एनआईएनआरसी के नेतृत्व वाले राजग के कदम सत्ता की ओर बढ़ रहे हैं। राउत ने कहा कि पुडुचेरी और तमिलनाडु छोड़कर किसी भी अन्य राज्य में राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव नहीं होगा।