रक्षा मंत्रालय का अहम फैसला : सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमीशन, कई और सुविधाएं भी मिलेगी | A crucial decision of the Ministry of Defense: In the army women officers will get permanent commission, many more facilities to women soldiers

रक्षा मंत्रालय का अहम फैसला : सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमीशन, कई और सुविधाएं भी मिलेगी

रक्षा मंत्रालय का अहम फैसला : सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमीशन, कई और सुविधाएं भी मिलेगी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : March 5, 2019/3:52 pm IST

नई दिल्ली । भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से महिला सैनिकों के लिए एक अहम फैसला लिया गया है । रक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि अब सेना में महिला अफसरों को स्थायी कमीशन दिया जाएगा । इसका मतलब अब रिटायरमेंट की उम्र तक महिलाएं सेना में काम कर सकती हैं । रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक अब सेना की सभी शाखाओं में महिलाओं को परमानेंट कमीशन दिया जाएगा । इससे पहले सेना की 10 शाखाओं में महिलाओं के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन का प्रावधान था। लेकिन अब महिलाएं अपनी मर्जी के मुताबिक या फिर रिटारयमेंट की उम्र खत्म होने पर नौकरी छोड़ सकती हैं।

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रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि महिला अधिकारियों को भारतीय सेना की उन सभी दस ब्रांच में स्थायी कमीशन दिया जाएगा जहां महिलाओं को शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) में शामिल किया जाता था। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेनाओं में शार्ट सर्विस कमीशन यानि एसएससी के जरिए भर्ती होने वाली महिला अफसरों को स्थाई कमीशन दिए जाने की घोषणा की थी। अभी भी सेनाओं में महिला अफसरों को स्थाई कमीशन दिया जाता है लेकिन वह कुछ गैर युद्धक ब्रांचों तक ही सीमित है। संभावना है कि इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। युद्धक ब्रांचों में भी एंट्री दी जा सकती है।

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आखिर क्या है शार्ट सर्विस कमीशन नीति
सेना में शार्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के जरिये जो अफसर भर्ती होते हैं, वह 14 साल तक सेवाएं दे पाते हैं। पहले यह अवधि महज दस साल थी। लेकिन छठे वेतन आयोग के बाद इसे 14 साल किया गया। हालांकि सातवें वेतन आयोग ने यह विकल्प दिया है कि कोई सात साल की सेवा के बाद सेवा छोड़ना चाहता है तो उसे गोल्डन हैंडसेक दिया जाए।14 साल की सेवा के बाद शिक्षा, कानून, सिग्नल, इंजीनियरिंग आदि सेवाओं में महिला अफसरों को स्थाई कमीशन दिया जाता है।