झुग्गी में देर रात लगी भीषण आग, आधा दर्जन मासूम बच्चे झुलसे, हालत गंभीर | heavy fire in the slumber at damoh

झुग्गी में देर रात लगी भीषण आग, आधा दर्जन मासूम बच्चे झुलसे, हालत गंभीर

झुग्गी में देर रात लगी भीषण आग, आधा दर्जन मासूम बच्चे झुलसे, हालत गंभीर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : January 20, 2019/3:45 am IST

दमोह। दमोह में देर रात झुग्गी में आग लग गई जिसमें करीब आधा दर्जन मासूम बच्चे झुलस गए। सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल दमोह के देहात थाना क्षेत्र के तहत आने वाले वासिनी गांव मे एक आदिवासी परिवार खेत में ही घास फूस की झोपड़ी बनाकर रह रहा था।

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जहां अचानक आग लग गई देखते ही देखते घास की बनी झोपड़ी मैं आग पूरी तरह से फैल गई ,जिससे झोपड़ी में सो रहे 5 मासूम बच्चे आग में झुलस गए। जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।  वही इस पूरी घटा की वजह केरोसिन को बताया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि उजाले के लिए केरोसिन की डिब्बी जला कर रखी थी। जो किसी कारणवश लुढ़क गई और आग लग गई हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।

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दरअसल दमोह के देहात थाना इलाके ग्राम वासिनी के खेत में एक आदिवासी परिवार घास फूस की झोपड़ी बनाकर निवास कर रहा था। जहां अचानक अज्ञात कारणों से झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते घास की बनी झोपड़ी में आग पूरी तरह से फैल गई, जिससे झोपड़ी में सो रहे 5 मासूम बच्चे आग में झुलस गए, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है।

बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर 108 तथा जननी एक्सप्रेस पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल लाया गया जहां उनका इलाज जारी है। वहीं इस पूरे मामले में अभी बच्चों के परिजन आग लगने का कारण केरोसिन की डिब्बी बता रहें है। उनका कहना है कि उजाले के लिए केरोसिन की डिब्बी जला कर रखी थी। उनके मुताबिक ये डिब्बी लुढ़क गई होगी और आग लग गई हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।

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आग लगने का कारण छानबीन के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा, हादसे में झुलसने वाले बच्चों में राधा पिता लालसिंह आदिवासी उम्र 9 वर्ष, दुर्गा पिता लाल सिंह आदिवासी उम्र 5 वर्ष, राम बाई पिता मूल सिंह आदिवासी उम्र 3 वर्ष, प्रीति पिता लालसिंह उम्र 15 वर्ष, राजा पिता लालसिंह उम्र 6 वर्ष है। सभी बच्चे एक ही परिवार के हैं। आग में झुलसे बच्चों में ज्यादा तर बच्चियां हैं। सभी को जिला अस्पताल में रात करीब 12.30 बजे दाखिल कराया गया।