इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर आई अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई। इस घटना के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि चेन्नई के नेत्र विशेषज्ञ से चर्चा की जा रही है।
ये भी पढ़ें: इसी महीने छत्तीसगढ़ दौरे पर आ सकते हैं राहुल गांधी, इन योजनाओं की हो सकती है शुरूआत
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि मरीजों की आंखों की रोशनी कैसे वापस लाया जाए, इस पर चर्चा हो रही है। वहीं घटना के बाद फौरन सभी मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि प्रदेश सरकार के लिए पहले इलाज प्राथमिकता है। आर्थिक सहायता दूसरे स्थान पर है।
ये भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर में पाबंदियों पर ढील, टेलीफोन और इंटरनेट सेवा बहाल
बता दे कि इंदौर आई अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई। इस घटना के बाद से हड़कंप मचा है। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल की ओटी को सील कर यहां आंखों के ऑपरेशन पर पाबंदी लगा दी है। टना के बाद हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग अस्पताल के ओटी के उपकरणों की जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज के लैब भेजा है।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/m7J0nFHiDPE” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>
Gwalior News : होली पर हुआ विवाद.! मामूली से बात…
13 hours ago