रॉबर्ट वाड्रा के राजनीति में आने के संकेत के बाद इस लोकसभा क्षेत्र में लगने लगे स्वागत के पोस्टर | After the sign of Robert Vadra coming to politics, he started feeling the welcome poster

रॉबर्ट वाड्रा के राजनीति में आने के संकेत के बाद इस लोकसभा क्षेत्र में लगने लगे स्वागत के पोस्टर

रॉबर्ट वाड्रा के राजनीति में आने के संकेत के बाद इस लोकसभा क्षेत्र में लगने लगे स्वागत के पोस्टर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:16 PM IST, Published Date : February 25, 2019/8:35 am IST

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को अभी सिर्फ 24 घंटे ही बीते हैं। जब उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट से यह सन्देश दिया था कि वे भी सक्रिय राजनीति में आ कर आम जनता के लिए कुछ करना चाहते है। और मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में उनका पोस्टर लगना शुरू हो गया है।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Posters saying &#39;Robert Vadra ji you are welcome to contest elections from Moradabad Lok Sabha constituency&#39; seen in Moradabad. <a href=”https://t.co/cK1feeRIfN”>pic.twitter.com/cK1feeRIfN</a></p>&mdash; ANI UP (@ANINewsUP) <a href=”https://twitter.com/ANINewsUP/status/1099863292179345409?ref_src=twsrc%5Etfw”>February 25, 2019</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

दरअसल मुरादाबाद युवक कांग्रेस की तरफ से लगाए इस पोस्टर के बाद रॉबर्ट वाड्रा को लेकर लगाई गई अटकलों को भी विराम मिल गया है। इस पोस्टर में लिखा है कि रॉबर्ट वाड्राजी आपका मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का हम स्वागत करते हैं।

<iframe src=”https://www.facebook.com/plugins/post.php?href=https%3A%2F%2Fwww.facebook.com%2Frobert.vadra1%2Fposts%2F10157136931604810&width=500″ width=”500″ height=”783″ style=”border:none;overflow:hidden” scrolling=”no” frameborder=”0″ allowTransparency=”true” allow=”encrypted-media”></iframe>

 

बता दें कि वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि मैं बड़े स्तर पर लोगों की सेवा करने के लिए स्वम को तैयार कर रहा हूं। उन्होंने आगे लिखा कि महीनों और सालों तक लोगों के बीच काम करने के बाद मुझे ऐसा लगता है कि मुझे आम जनता के लिए बड़े स्तर पर कुछ करने की जरूरत है. खासतौर पर यूपी में काम करने के बाद ऐसा लगा कि यहां काफी कुछ करना बाकी है. मेरे हिसाब से बीते कुछ सालों में सीखे गए अपने अनुभव को यूं ही बेकार होने देना सही नहीं है।