नई दिल्ली। भारतीयों को आज भी रंगभेद का शिकार होना पड़ रहा है इसका साफ उदहारण लंदन की बर्लिन फ्लाइट (BA 8495) में हुई 23 जुलाई की घटना से समझ आ रहा है। बता दें की एक भारतीय इंजिनियर ने बर्लिन फ्लाइट के सदस्यों पर रंगभेद रवैया अपनाने का आरोप लगाया है साथ ही इसकी शिकायत उन्होंने उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु से भी की है।
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इस परिवार का कहना है कि यूरोप की एक प्रतिष्ठित एयरलाइंस ने न सिर्फ उनसे अभद्र व्यवहार किया बल्कि उनके 3 साल के बेटे के रोने पर उन्हें फ्लाइट से भी उतार दिया गया। परिवार का कहना है कि बच्चे के रोने पर मां जब उसे चुप करा रही थी तो केबिन क्रू के एक सदस्य ने बहुत खराब टिप्पणी की और उन्हें प्लेन से उतार दिया। इतना ही नहीं उस दौरान उनकी सीट के ठीक पीछे बैठे परिवार ने भी बच्चे को चुप करवाने की कोशिश की तो उस परिवार को भी हमारे साथ ही फ्लाइट से उतार दिया गया।
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बता दें की यह घटना 1984 बैच के एक भारतीय इंजिनयरिंग सर्विस के अधिकारी के साथ हुई। अधिकारी फिलहाल रोड ट्रांसपॉर्ट मंत्रालय में काम कर रहे हैं। इस बारे में व्ही ब्रिटिश एयरवेज के प्रवक्ता का कहना है कि ‘इस तरह के आरोपों को हम बहुत गंभीरता से लेते हैं। ऐसे व्यवहार को किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। किसी भी आधार पर यात्रियों के साथ भेदभाव हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। हम अपने कस्टमर से लगातार संपर्क में हैं और इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
वेब डेस्क IBC24
खबर कांग्रेस कर नोटिस पांच
2 hours ago