इंदौर। मध्यप्रदेश में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले तीन साल से सत्ता पर काबिज़ बीजेपी और प्रदेश में अपनी ज़मीन तलाशती कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ा दी है। साइबर वॉर की तैयारी में दोनों ही पार्टी जीतोड़ मेहनत कर रही है। बीजेपी के 65,000 साइबर योद्धा के सामने कांग्रेस ने राजीव के सिपाहियों को सोशल मीडिया में उतारा है। दोनों ही पार्टियों की सोशल वॉर क्रिएटिव पोस्ट के साथ लोगों मे आकर्षण का केंद्र बन गई है। लेकिन आचार संहिता के उल्लंघन ना हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी के बीच साइबर वॉर अपने चरम पर है। कांग्रेस ने जहां अपने सोशल मीडिया टीम को राजीव के सिपाही करार दिया है, वहीं बीजेपी ने साइबर योद्धा का नाम दिया है। कांग्रेस तकरीबन 4000 राजीव के सिपाहियों के साथ ही 65 हज़ार बूथों पर एक-एक स्मार्ट फ़ोन का सिपाही तैयार कर रही है, ताकि बीजेपी के सोशल मीडिया के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सके।
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पार्टी ने डिजिटल क्षेत्र में क्रांति लाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर अपने सोशल मीडिया में काम करने वाले लोगों को राजीव का सिपाही कहा है। इसका मकसद सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर जैसे फ्लेटफॉर्म के जरिए अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ना है। वहीं भाजपा ने भी 65,000 साइबर योद्धा की टीम को मैदान में उतारा है और सरकारी योजनाओं का प्रचार–प्रसार किया जा रहा है।
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हालांकि दोनों ही पार्टी आचार संहिता को ध्यान में रखकर ही एक दूसरे की खोल-पोल रही है। सोशल मीडिया पर अब तक जारी हुए वीडियो में कई बार कांग्रेस और भाजपा में बवाल की स्थिति भी निर्मित हुई है। यह देखना दिलचस्प होगा की बीजेपी और कांग्रेस की साइबर वॉर का फायदा कौनसी पार्टी को ज़्यादा होगा और कौनसी पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया के ज़रिए वोट संख्या बढा पाती।
वेब डेस्क, IBC24