जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर में शहीद जवान औरंगजेब की हत्या का बदला लेने उसके पचास दोस्त जुट गए हैं। औरंगजेब की हत्या की खबर लगते ही खाड़ी देशों में नौकरी कर रहे उसके दोस्तों ने नौकरी छोड़ आतंकियों से लोहा लेने गांव में जुट गए हैं। औरंगजेब के ये दोस्त सेना में शामिल होकर आतंकियों मुंहतोड़ जवाब देना चाहते हैं।
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गौरतलब है जून में ईद की छुट्टी मनाने घर जा रहे औरंगजेब का आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। औरंगजेब की हत्या से पहले आतंकियों ने वीडियो भी बनाया गया था। हत्या के बाद से शहीद के गांव सलानी में मातम पसरा हुआ है। अब इस घटना के बाद से घाटी में सेना के दो और सीआरपीएफ के एक और जवान की हत्या कर दी गई थी।शहीद औरंगजेब की हत्या के बाद उसके पिता जो खुद सेना के रिटायर फौजी रह चुके हैं। औरंगजेब की हत्या का बदला लेने की ठानी है।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद किरामत और मोहम्मद ताज ने बताया कि उन्होंने औरंगजेब की मौत की खबर मिलते ही नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया था। किरामत ने कहा, सऊदी में ऐसे अचानक नौकरी छोड़ने की इजाजत नहीं है, लेकिन हमने किसी तरह यह कर लिया। हमारा एक ही मकसद है औरंगजेब की शहादत का बदला। आपको बतां औरंगजेब को आतंकियों ने 14 जून को अगवा किया था। पुलवामा में उसी दिन रात में उनका गोलियों से छलनी शव मिला था। 2014 में आतंकियों ने औरंगजेब के चाचा को अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी।
वेब डेस्क, IBC24