रायपुर। छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत से पहले ही डॉक्टरों के संघ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। और योजना को लागू करने में असमर्थता जाहिर कर दी। इस कड़ी में आईएमए के एक सदस्य ने नोडल अधिकारी को लिखे पत्र में 13 बिंदुओं समेत कई कारण बताए हैं।
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जिनके मरीजों को इलाज मिलने में देरी होने के अलावा प्रदेश के कई अस्पतालों को बंद करने की नौबत आ जायेगी। इसमें मुख्य रुप से सुबह 10 बजे के बाद मरीज के इलाज के लिए ओटीपी मिलना जबकि निजी अस्पातालों में देर रात से लेकर सुबह ही इलाज करने की नौबत आती है।
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इसके अलावा पत्र में इलाज के पैकेजों को प्रचलित दर को आधे से कम करने में भी अपत्ति जताते हुए कहा गया है की इन दरों में इलाज करना मुश्किल हो जाएगा जिसके कारण प्रदेश के अस्पताल और उससे जुड़ें 20 हजार परिवार भी बुरी तरह प्रभावित होंगे। बतां दे की केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए इलाज के लिए 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा शुरु किया है। इसे छ्त्तीसगढ़ में भी लागु किया गया है।
वेब डेस्क, IBC24
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