आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मुद्दे पर अदालत से निपटने के लिए मुस्लिम और हिंदू समुदायों के धार्मिक प्रमुखों के साथ एक पहल की है और इन दोनों धर्म प्रमुखों के साथ बैठ कर कोई उचित रास्ता निकालने की बात कही है उनका मानना है कि मंदिर-मस्जिद विभाजन एक सदी से अधिक हो रहा है और दो समुदायों के बीच बड़ी संघर्ष का स्रोत रहा है।इसके लिए एक उचित पहल करनी जरुरी है।
इस साल मई में भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहार ने सुझाव दिया था कि मामले को एक सौहार्दपूर्ण समाधान के द्वारा हल करने की पहल करनी चाहिए जिसे सभी ने पसंद किया था क्योंकि उनका कहना है की अगर अदालत ने एक समुदाय के पक्ष में फैसला दिया तो निश्चित है की इससे दूसरे मामलों में संकट पैदा होगा।इस मुद्दे पर श्री श्री रविशंकर ने आगे आने की ठानी है उनका कहना गई की अयोध्या में एकमात्र स्थायी हल एक समझौता ही है जो दो समुदायों के बीच सद्भावना को बनाये रखेगा।