बांस शिल्प प्रशिक्षण से महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर,बांस बना कमाई का जरिया | Bamboo crafts make women self-reliant, earn money after training

बांस शिल्प प्रशिक्षण से महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर,बांस बना कमाई का जरिया

बांस शिल्प प्रशिक्षण से महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर,बांस बना कमाई का जरिया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : February 14, 2019/5:48 am IST

धमतरी : जिले में हस्तशिल्प विकास बोर्ड की मदद से इन दिनों महिलाएं बांस की कलाकृति गढ़ रहीं हैं। प्रतिभा की धनी ये महिलाएं बांस शिल्प के साथ कई अन्य आकर्षक चीजें बनाना भी सीख रही हैं। दरअसल हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से धमतरी जिले के लोहरसी गांव में उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लोहरसी के अलावा आसपास के गांव की महिलाएं बांस की कलाकृति बनाना सीख रही हैं। इस काम से महिलाएं आत्मनिर्भर तो बन ही रही हैं,साथ ही रोजगार के साथ धनअर्जन भी कर रहीं हैं।

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ग्रामीण महिलाएं अब खुद हुनरमंद हो रही हैं । ये महिलाएं बांस की कलाकृति के अलावा बांस से बने स्टूल,सोफा,कुर्सी सहित अन्य सामान बनाने का प्रशिक्षण ले रही हैं। धमतरी जिले के लोहरसी गांव में करीब 20 से अधिक महिलाएं रोजाना प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। दो महीने तक चलने वाले इस शिविर में महिलाओं सहित युवतियों को बांस की कुर्सी बनाना, सोफा बनाना व स्टूल बनाने की बेसिक जानकारी दी जा रही है। इतना ही नहीं इस दौरान महिलाओं और युवतियों को हर महीने 1500 रू भत्ता भी दिया जा रहा है।

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प्रशिक्षण दे रहे ट्रेनर का कहना है कि शिविर में महिलाओं को बांस की अलग-अलग कलाकृति बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। .इस कला के माध्यम से तैयार उत्पाद को बेचकर महिलाएं अपना जीवन बेहतर बना सकती हैं साथ ही आर्थिक रूप से निर्भर भी बनेगी। प्रशिक्षण ले रही मानती हैं कि पहले उनके पास को कोई काम नही था,पर अब इस प्रशिक्षण के बाद वे कहीं भी अपने हुनर के बदौलत रोजगार प्राप्त कर सकती हैं।